×

कहां -कहां पढ़ें नीट टॉपर शोएब, कोचिंग के धंधे में क्या टॉपर भी हो गए शामिल

दोनों ही संस्थानों का कहना है कि शोएब ने उनके यहां नियमित कक्षा नहीं ली बल्कि उनकी दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था का लाभ उठाया है। इसके तहत एक निर्धारित फीस चुकाने पर उन्हें संस्थान की ओर से लिखित पाठ्य सामग्री दी गई ।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 20 Oct 2020 3:40 PM GMT
कहां -कहां पढ़ें नीट टॉपर शोएब, कोचिंग के धंधे में क्या टॉपर भी हो गए शामिल
X
क्या एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बूते पर सफलता मिलना मुमकिन नहीं है। शोएफ आफताब और कोचिंग संस्थानों के दावे तो कुछ ऐसे ही हैं।

लखनऊ नीट टॉपर शोएब आफताब की प्रतिभा को निखारने वाले गुरु कितने हैं। क्या एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बूते पर सफलता मिलना मुमकिन नहीं है। शोएफ आफताब और कोचिंग संस्थानों के दावे तो कुछ ऐसे ही हैं। नीट और जेईई की परीक्षा तैयारी कराने वाले देश के बड़े कोचिंग संस्थानों में इन दिनों अघोषित युद्ध छिड़ा हुआ है। सभी नीट परीक्षा टॉप करने वाले शोएब आफताब को अपने संस्थान का छात्र बता रहे हैं। दिलचस्प यह भी है कि शोएब भी अलग-अलग संस्थानों के दावों को सही ठहरा रहे हैं ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या शोएब की प्रतिभा वाकई असंदिगध मानी जा सकती है या कोचिंग संस्थानों के दावे निराधार हैं।

अभिभावक की तरह जांच - पड़ताल

न्यूज ट्रैक ने इस सिलसिले में जब विभिन्न कोचिंग संस्थानों के लखनऊ स्थित केंद्रों से संपर्क किया और एक अभिभावक की तरह जांच - पड़ताल की तो कोचिंग संस्थानों ने अपने दावे को सही बताया और अलग- अलग कारण बताए। एलन कोचिंग संस्थान ने दावा किया है कि शोएब ने उसके कोटा स्थित सेंटर में नियमित कक्षाओं में पढ़ाई की है। दूसरी ओर ग्रेविटी और आकाश इंस्टीट्यूट का दावा कुछ अलग है। दोनों ही संस्थानों का कहना है कि शोएब ने उनके यहां नियमित कक्षा नहीं ली बल्कि उनकी दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था का लाभ उठाया है। इसके तहत एक निर्धारित फीस चुकाने पर उन्हें संस्थान की ओर से लिखित पाठ्य सामग्री दी गई ।

यह पढ़ें...चीन पर गिरेगा बम! भारत देगा ऐसा झटका, मिला इस देश का साथ

कोचिंग संस्थानों और शोएब का दावा भ्रामक

वीडियो आधारित अध्ययन सामग्री भी संस्थान की ओर से ऐसे विद्यार्थियों को दी जाती है। इस पाठ्य सामग्री की मदद से विद्यार्थी अपनी तैयारी करते हैं और संस्थान को अपने सवाल भेजते हैं जिनका उत्तर उन्हें लिखित तौर पर उपलब्ध कराया जाता है। शोएब आफताब ने भी कुछ पत्रकारों के सवाल पर ऐसा ही जवाब दिया है और कहा कि उन्होंने अन्य संस्थानों की दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था की मदद ली है।

neet

लखनऊ के शिक्षक जेपी सिंह का कहना है कि कोचिंग संस्थानों और शोएब का दावा भ्रामक है। अगर कोई स्टूडेंट पहले से ही किसी कोचिंग में नियमित कक्षा में पढ़ाई कर रहा है तो उसे दूरस्थ की जरूरत क्या है। एक अभिभावक रामजी उपाध्याय कहते हैं कि इस तरह से अगर नीट परीक्षा पास होने लगी तब तो अभिभावकों को एक साथ आधा दर्जन कोचिंग संस्थानों की मदद लेनी पड़ेगी। इससे बच्चे के भी भ्रमित होने की आशंका बढ़ जाएगी। सवाल यह भी है कि क्या एक संस्थान से पूरी शिक्षा मिलना संभव नहीं है।

यह पढ़ें..हरिद्वार में कुंभ: 2021 में ही भव्य कुंभ मेला, देश-विदेश से लगेगा भक्तों का जमावड़ा

कोचिंग के बिजनेस में मौका गंवाना बर्दाश्त नहीं

कोचिंग का कारोबार भारत में तेजी के साथ बढ़ रहा है। जिस तरह से सरकारी और निजी स्कूलों में पठन-पाठन का माहौल खराब हुआ है उसका फायदा निजी कोचिंग संस्थान उठा रहे हैं। एक सर्वे के अनुसार भारत में कोचिंग का कारोबार 70 से 80 अरब रुपये का हो चुका है। ऐसे में परीक्षा के टॉपर को लेकर कोई भी संस्थान समझौता करने को तैयार नहीं है।

lucknow

यही वजह है कि अगले साल नीट या जेईई की परीक्षा तैयारी में जुटे विद्यार्थी और अभिभावक को प्रभावित करने के लिए कोचिंग संस्थान येन-केन प्रकारेण टॉपर की फोटो अपने कैंपस में देखना चाहते हैं। टॉपर का बयान और फोटो आज के दौर में बिजनेस के लिए बहुत जरूरी है, बहुत जरूरी है,किसी भी कीमत पर।

अखिलेश तिवारी

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story