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Lucknow News: राम मनोहर लोहिया में बच्चा बदलने का इल्जाम, नवजात परिजन परेशान

Lucknow News: डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के राम प्रकाश गुप्ता मेमोरियल मातृ एवं शिशु रेफरल सेंटर में प्रसव के बाद बच्चा बदलने का आरोप लगाया गया है।

Hema Shrivastava
Published on: 13 Dec 2022 10:12 AM IST
Newborn Baby Swapping in RML Lucknow
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Newborn Baby Swapping in RML Lucknow (Photo:social Media)

Lucknow News: डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr Ram Manohar Lohia Institute of Medical Sciences) के राम प्रकाश गुप्ता मेमोरियल मातृ एवं शिशु रेफरल सेंटर में प्रसव के बाद बच्चा बदलने ( child swapping Case) का आरोप लगाया गया है। आरोपी का कहना है कि प्रसव के बाद मिले फॉर्म पर पहले लड़का लिखा और बाद में उसे काटकर लड़की कर दिया गया, यही नहीं शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि बच्चा वापस करने के लिए 1200 रुपए भी मांगे। लोहिया संस्थान प्रशासन ने आरोपी की परेशानी को सुन कर जांच कराई जांच के बाद आरोपी को गलत बताते हुए कहा कि संस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है दरअसल गलती से दूसरे बच्चे का विवरण फार्म भर दिया गया था जानकारी होने के बाद उसे काटकर सही किया गया।

बाराबंकी निवासी कमल रावत ने लगाया बच्चा बदलने का आरोप

यह आरोप बाराबंकी निवासी कमल रावत ने लगाया है कमल रावत का कहना है कि उनकी पत्नी का प्रसव 9 दिसंबर को हुआ उसके बाद उन्हें जो कागज मिला उसमें लड़का लिखा था बाद में उसे काटकर लड़की प्राप्त हुई लिख दिया गया। इसके बाद कमल रावत ने मामले की लिखित शिकायत स्त्री एवं प्रसूति रोग की विभागा अध्यक्ष प्रोफेसर स्मृति अग्रवाल से की कमल रावत का यह भी कहना है कि बच्चा वापस करने के लिए एक कर्मचारी ने उनसे 12 सौ रुपए भी लिए।

स्त्री एवं प्रसूति रोग की विभागाध्यक्ष डॉ स्मृति अग्रवाल ने इस मामले को गलत बताते हुए कहा है कि अस्पताल में सिर्फ एक ऑपरेशन थिएटर है मैंने खुद सभी से अलग-अलग बातचीत की है सभी ने महिला को लड़की होने की जानकारी दी है और बताया है कि दरअसल गलती से दूसरे बच्चे का विवरण फॉर्म भर दिया गया था जानकारी होने के बाद उसे काटकर सही किया गया। डॉक्टर स्मृति ने बताया कि इन सबके बीच मरीज के तीमारदारों को गलतफहमी हो गई।

सीसीटीवी कैमरे के सामने ही नवजात को परिवारजन को सौंपे

यहाँ डॉक्टर और कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी भी दी गई है कि सीसीटीवी कैमरे के सामने ही नवजात को परिवारजन को सौंपे। विभागाध्यक्ष ने यह भी कहा कि कमल रावत के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। इसलिए जांच के आदेश दिए गए है। आरोप साबित होने पर दोषी स्टाफ के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सीएमएस को भी इस घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है।

Shashi kant gautam

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