TRENDING TAGS :
Muradabad News: डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत, अस्पताल से भागा डॉक्टर और स्टाफ
Muradabad News: इंजेक्शन लगते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। डॉ बच्चे को मृत देखकर घबरा गया और दूसरे अस्पताल में दिखाने ले कहकर अस्पताल से रफू चक्कर हो गया।
Muradabad News: मुरादाबाद के पाकबड़ा डींगरपुर (Pakbada Dingarpur) स्थित बकेनिया गांव (Bakenia Village) के पास सना हेल्थ केयर अस्पताल है। इस अस्पताल को डॉ मजीद ओर डॉ रश्मि चलाते हैं। यहां गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी भी की जाती है। अस्पताल में पाकबड़ा के मोहल्ला अँगूर वाली मस्जिद के मोहम्मद आलम की पत्नी नूरजहां को मंगलवार की सुबह को डिलीवरी के लिये अस्पताल में भर्ती किया था। महिला बिल्कुल सही थी, दोपहर के समय उस महिला ने एक बच्चे को जन्म भी दिया। महिला और बच्चा दोनो सही थे। मोहम्मद आलम अपनी पत्नी को बच्चे के साथ घर भी ले गया।
मोहम्मद आलम पेशे से एक मजदूर है। बच्चा घर पहुच कर बिल्कुल चुप था, जैसा कि बच्चा पैदा होने पर रोता है तो नूरजहां का नवजात बच्चा रो नही रह था, जिससे नूरजहां परेशान हो गई। फिर नूरजहां अपने पति और घरवालों के साथ सना हेल्थ केयर डॉ माजिद को दिखाने पहुंची। डॉ माजिद ने बच्चे को देख ओर कहा कि कोई बात नही है बच्चे ने दूध ज्यादा पी लिया है, जिसकी वजह से बच्चा सुस्त से हो गया है। दूध निकाल देंगे बच्चा ठीक हो जाएगा डॉ माजिद ने बच्चे को एक इंजेक्शन लगाया
अस्पताल का सारा अस्पताल छोड़ कर फरार हो गया।
इंजेक्शन लगते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। डॉ बच्चे को मृत देखकर घबरा गया और दूसरे अस्पताल में दिखाने ले कहकर अस्पताल से रफू चक्कर हो गया। मोहम्मद आलम के परिजन काफी देर तक डॉ माजिद का इंतजार करते रहे। डॉ माजिद के जाने के बाद अस्पताल का सारा का सारा स्टाफ भी अस्पताल छोड़ कर फरार हो गया।
काफी समय के बाद जब ना तो डॉ माजिद आये न ही स्टाफ कही नज़र आया तो नूर जहा रोने बिलखने लगी अस्पताल शोर से भर गया तब डींगरपुर चौकी से पुलिस आ गई पुलिस ने काफी समझा कर मामले को शांत किया। मोहम्मद आलम के घर वालो ने पुलिस को तहरीर दे दी है आगे पुलिस कार्यवाही करेगी।
पाकबड़ा के कई अस्पतालों को सील किया गया था
हम बताते चले कि अभी कुछ समय पूर्व पाकबड़ा के कई अस्पतालों को सीएमओ के आदेश पर सील भी किया गया था। जहाँ जो डॉ अस्पताल चलाने के लिये थे वो उन अस्पताल को नही चलाकर अपने अस्पताल चलाने में लगे थे इसी कारण से उन अस्पतालों को सील किया गया था।