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Meerut News: किसान की ज़मीन पर चले बुलडोजर को लेकर सपा ने उठाये थे सवाल, Newstrack ने किया रियलिटी चेक
Meerut News: रिपोर्टर की तहकीकात में सामने आया कि बीती 13 फ़रवरी को महज 33 फुट सरकारी ज़मीन को कब्ज़ा मुक्त कराया गया था और इस पर कोई विवाद या इसके खिलाफ शिकायत नहीं हुई थी।
Meerut News: समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया था, जिसमें लिखा है ‘योगी जी आपका बुलडोजर जिसके नाम पर आपने वोट मांगे थे वो बुलडोजर अब आमजन के परिवार, खेत, मकान, दुकान, झोपड़ी पर भाजपाइयों और सरकारी अधिकारियों के इशारों पर चल रहा है।’ इस अनैतिक, असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक बुलडोजरी कृत्य के जनक आप हैं, आप ही इसके असल जिम्मेदार हैं, रोकिए इसे।’
इसके अगले ट्वीट में लिखा गया है, भाजपा की केंद्र सरकार में मंत्री और बड़े बिल्डर की प्लॉटिंग के आड़े गरीब किसान की ये खेत और गन्ने की खड़ी फसल आ रही थी तो मंत्री जी ने किसान के खेत पर बुलडोजर चलवा कर खेत उजड़वा दिया, अब योगी जी बताएं कि क्या वे अपनी पार्टी के नेता पर बुलडोजर चलवाने की हिम्मत रखते हैं।’ समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने हालांकि घटना कहां की है इस बारे में कुछ नहीं लिखा है।
अलबत्ता, पत्रकार ममता त्रिपाठी ने इस वीडियो को मेरठ से जुड़ा बताते हुए अपने ट्विटर एकाउंट से शेयर करते हुए लिखा है, ‘कानपुर देहात में ग़रीब की झोपड़ी के बाद, मेरठ में किसान की गन्ने की खड़ी फसल पर चला खूनी बुलडोज़र, अफ़सर मौजूद थे वहां जबकि ये अपराध है। अमीर के बिज़नेस में ये फसल बाधा बन रही थी।’ योगी जी उन अफ़सरों और उस बिल्डर पर धारा 447 और 427 के तहत एफआईआर करिए। ममता त्रिपाठी द्वारा शेयर किये गये गये ट्वीट में घटना मेरठ की तो बताई है लेकिन, उन्होंने भी मेरठ में किस जगह की घटना है इस बारे में नहीं लिखा है।
न्यूज़ट्रैक ने की फैक्ट चेकिंग...
ट्विटर पर शेयर हो रहे इस वीडियो के बारे में मेरठ के जिलाधिकारी से संवाददाता द्वारा बात की गई, तो उन्होंने इस बारे में अपनी अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि अगर आपके पास इस तरह का वीडियो है तो मुझे भेज दें। मैं मामले को दिखवा लूंगा। क्योंकि ट्विटर पर जयन्त टीम द्वारा घटना के शिकार सिवाया गांव के मनोज नाम के किसान को बताया गया है। इसलिए इस बारे में थाना दौराला प्रभारी संजय शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि उनके पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। ना ही उन्हें ट्वीट वगैरह के बारे में कोई जानकारी है। अलबत्ता जहां मनोज नाम के किसान के खेत पर बुलडोज़र चलने की बात है तो उसकी सच्चाई यही है कि इस किसान ने 33 फुट जमीन पर कब्जा किया हुआ था। जिसको बीती 13 फरवरी को मुक्त कराया गया था।