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UP News: मदद नहीं, मिली जेल –मैनपुरी के बाद अब रायबरेली में 'हुजूर साहब' का एक और कारनामा

रायबरेली में मैनपुरी का कांड अब कुछ पुराना लगने लगा है क्योंकि यहां कुछ और ही 'बड़ा' हुआ है। और ये कांड किसी हत्या या लूटपाट का नहीं, बल्कि एक महिला की मदद की दरख्वास्त की है। महिला, जो पहले ही परेशान थी, मदद मांगने पुलिस अधीक्षक के ऑफिस पहुंची। लेकिन हद तो तब हो गई जब उसकी बात सुनने की जगह उसे जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया।

Narendra Singh
Published on: 12 Dec 2024 11:52 AM IST
UP News: मदद नहीं, मिली जेल –मैनपुरी के बाद अब रायबरेली में  हुजूर साहब का एक और कारनामा
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Uttar Pradesh News: रायबरेली में मैनपुरी का कांड अब कुछ पुराना लगने लगा है क्योंकि यहां कुछ और ही 'बड़ा' हुआ है। और ये कांड किसी हत्या या लूटपाट का नहीं, बल्कि एक महिला की मदद की दरख्वास्त की है। हां, आपने सही सुना। रचना मौर्य नाम की एक महिला, जो पहले ही परेशान थी, मदद मांगने पुलिस अधीक्षक के ऑफिस पहुंची। लेकिन हद तो तब हो गई जब उसकी बात सुनी नहीं गई। अब, क्या करें, शायद पुलिस को ये लगता है कि ‘कानूनी मदद’ तो सिर्फ बड़े लोगों के लिए ही होती है, आम जनता के लिए नहीं।

कुछ बार शिकायत करने के बाद और निराश हो चुकी रचना ने आखिरकार अपना आपा खो दिया। जैसे ही आवाज़ उठाई पुलिस वालों को तो जैसे ध्वनि प्रदूषण की शिकायत हो गई। अब नौकरशाहों को जनता की तेज आवाज सुनने का बिलकुल भी शौक नहीं। वो तो इसे हुजूर की शान के खिलाफ मानते हैं। नतीजा? रचना मौर्य को इस सर्दी में सलाखों के पीछे भेज दिया गया, क्योंकि किसी को शांति से बैठने का तरीका सीखना था। मदद तो दूर, उन्हें जेल का आराम मिला। और परिवार? वो बेचारे तो अब परेशान हैं कि वो मदद मांगने गए थे या जेल का टिकट लेने।

पुलिस ने दी सफाई

राय बरेली पुलिस ने बयान जारी करते हुये कहा, रचना मौर्या पुत्री स्व० रामचन्द्र मौर्या निवासी बस्तेपुर थाना कोतवाली नगर जनपद रायबरेली पुलिस अधीक्षक कार्यालय आकर अपने निजी पारिवारिक बटवारे को लेकर अपनी बहिन जोकि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में महिला कर्मचारी है, से गाली-गलौज व लड़ने-झगडने लगी जोकि मौके से हट गयी तो उक्त महिला रचना मौर्या जानबूझकर उपस्थित पुलिसकर्मियों व पुलिस कार्यालय में उपस्थित लोगों से अभद्र व्यवहार करने लगी। उक्त महिला को मौके पर आकर महिला थानाध्यक्ष किरण भास्कर समझाने बुझाने लगी और पारिवारिक मामले को शांतिपूर्वक निस्तारण की बात कहने लगी लेकिन रचना मौर्या मानने के लिए तैयार नही थी बल्कि और अधिक उत्तेजित होकर अभद्र भाषा व अभद्र व्यवहार कर हंगामा करने लगी। अतः महिला थानाध्यक्ष द्वारा उपरोक्त महिला को पुलिस हिरासत में लेकर थाना कोतवाली नगर पर अभियोग पंजीकृत कराकर प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जिनके द्वारा 06 दिवस का न्यायिक रिमाण्ड स्वीकृत कर अभिरक्षा में कारागार भेजा गया है।

Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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