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Sonbhadra: पंचायतों की गेटवे पोर्टल व्यवस्था में नेटवर्क बड़ा रोड़ा, 45 ग्राम पंचायतों में नहीं किसी कंपनी का नेटवर्क
Sonbhadra News: 45 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां किसी भी कंपनी का नेटवर्क नहीं है। वहीं कई ग्राम पंचायतें ऐसी भी हैं, जहां नेट की स्पीड काफी कम है।
Sonbhadra News: ग्राम पंचायतों में होने वाले कार्यों और ली जाने वाली सामग्री आपूर्ति के भुगतान में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से लागू की जा रही गेटवे पोर्टल व्यवस्था में, नेटवर्क की दिक्कत बड़ा रोड़ा बन गया है। 45 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां किसी भी कंपनी का नेटवर्क नहीं है। वहीं कई ग्राम पंचायतें ऐसी भी हैं, जहां नेट की स्पीड काफी कम है। ऐसे मे, जिले के सभी 629 ग्राम पंचायतों में यह व्यवस्था लागू हो पाएगी? इसको लेकर जहां सवाल खड़े किए जा रहे हैं। वहीं फाइव जी की तरफ बढ़ रहे संचार क्रांति (Communication Revolution) के दौर में, केंद्र-प्रदेश दोनों का खजाना भरने वाले सोनभद्र की एक बड़ी एरिया मोबाइल नेटवर्क (Mobile network) से अछूती रहने को लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।
बताते चलें कि ग्राम पंचायतों में गेटवे पोर्टल से ही भुगतान पर जोर दिया जा रहा है। कई पंचायतों में, नई व्यवस्था पर अमल करते हुए, गेटवे के जरिए भुगतान भी शुरू कर दिया गया है। वहीं कई पंचायतें ऐसी हैं, जहां नेटवर्क न होने के चलते, भुगतान अधर में लटकने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं इसके चलते विकास कार्य प्रभावित होने की भी आशंका जताई जाने लगी है।
हालात पर नजर डालें तो 31 ग्राम पंचायतों वाले कोन ब्लाक में करहिया, बोधाडीह, बागेसोती, चाचीकला, मझिगवां, नकतवार, चननी, चकरिया, पिंडारी, बरहमोरी आदि ऐसे गांव जहां नेट काम करना दूर, मोबाइल पर बात भी संभव नहीं हो पाती। ऐसे में वहां कंप्यूटर सिस्टम पर काम कैसे किया जाएगा, यह बड़ा सवाल बन गया है।
इसी तरह चोपन ब्लाक के जुगैल सहित कई ग्राम पंचायतों में नेटवर्क की स्थिति खराब है। म्योरपुर, दुद्दी,, बभनी, चतरा, नगवां, घोरावल ब्लाक के भी कई ऐसे गांव हैं, जहां नेटवर्क या तो पूरी तरह गायब है या फिर वहां इसका नेटवर्क काफी कमजोर है। जुगैल में तो पुलिस को संपर्क करने के लिए पहाड़ी का सहारा लेना पड़ता है। वहीं लोगों के घरों पर मौजूद पेड़ों पर टंगे मोबाइल किसी अलग ही दुनिया का एहसास कराते नजर आते हैं। चूंकि गेटवे पोर्टल में ग्राम पंचायत का लोकेशन भी फिट होना है, इसलिए नेटवर्क का मसला इस नई व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
उधर, डीपीआरओ विशाल सिंह ने भी जिले के कई ग्राम पंचायतों में नेटवर्क की दिक्कत होने की बात स्वीकार की। सेलफोन पर बताया कि 45 ग्राम पंचायतों में इस तरह के दिक्कत की सूचना मिली है। बीएसएनएन को ऐसे ग्राम पंचायतों की सूची सौंपकर, टावर लगवाने का प्रयास किया जा रहा है। बीएसएनएल की तरफ से सर्वे शुरू कर दिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही, नेटवर्क की समस्या दूर हो जाएगी।
ग्राम समाधान दिवस के लिए की गई पर्यवेक्षण अधिकारियों की तैनाती
सोनभद्र। आने वाले सोमवार से शुरू हो रहे रोस्टरवार ग्राम समाधान दिवस के लिए डीएम चंद्रविजय सिंह की तरफ से अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है। शनिवार को जारी तैनाती आदेश में प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी के अलावा एक पर्यवेक्षण अधिकारी की तैनाती की गई है। इसमें जिला, तहसील और ब्लाक स्तरीय अधिकारी शामिल हैं। सोमवार को बभनी ब्लाक के अरझट, पोखरा, बभनी, चैना, बरवाटोला ब, डुमरहर, चतरा ब्लाक के रतहरा, ऐलाही, सेहुंआ, बनौली, रामगढ़, धर्मदासपुर, चोपन ब्लाक के गोठानी, परसोई, पटवध, सिंदुरिया, जुगैल, चतरवार, अदलगंज, कोटा, पनारी, दुद्धी ब्लाक के बघाड़ू, बीड़र, धूमा, डूमरडीहा, जाबर, डालापीपर, बुटबेढ़वा, महुली, घोरावल ब्लाक के जमगांव, पड़वनिया, सिरसाई, केटा, गुरवल, ढुटेर, मुर्तिया, मराची, पेढ़, तिलौली कला, मधका, करमा ब्लाक के करमा, आमडीह, केकराही, सुकृत, मधुपुर, जोगिनी, पांडेयपोखर, गड़ईगाड़, कोन ब्लाक के बागेसोती, चांचीकला, कुड़वा, मिटिहिनिया, निगाई, कचनरवा, म्योरपुर ब्लाक के आरंगपानी, खड़िया, बासी, किरविल, जामपानी, कुलडोमरी, जरहां, डोड़हर, कोहरौलिया, बेलहत्थी, महुली, म्योरपुर, नगवां ब्लाक के मांची, मकरीबारी, रामपुर, पटवध, सरईगाढ़, राबटर्सगंज ब्लाक के अमोखर, लोढ़ी, बहुअरा, बिठगांव निस्फ, बभनौली, सलखन, महुरेशर, राजपुर, वार और सेमर गांव में समाधान दिवस का आयोजन किया जाएगा।