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Noida: एडिफिस को सीबीआरआई ने दी क्लीयरेंस, अब लगा सकते विस्फोटक

Noida News: सुपरटेक के दोनों टावरों को तोड़ने के लिए सीबीआरआई ने क्लीयरेंस दी है। गुरुवार से एडिफिस दोनों टावरों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू कर सकती है। 21 से 28 अगस्त के बीच ब्लास्ट किया जाएगा।

Sarita Jain
Published on: 11 Aug 2022 2:20 PM IST
Noida Twins Tower
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Noida Twins Tower (image social media)

Noida Twins Tower: सुपरटेक के दोनों टावरों को तोड़ने के लिए सीबीआरआई ने क्लीयरेंस दी है। गुरुवार से एडिफिस दोनों टावरों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू कर सकती है। 21 से 28 अगस्त के बीच ब्लास्ट किया जाएगा। यदि तारीख बढ़ती है और कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी कंपनी की नहीं होगी। ये लेटर कंपनी की ओर से प्राधिकरण को दिया गया है। एडिफिस ने जाे स्टेटस रिपोर्ट दी है। उसके तहत दोनों टावर ध्वस्त करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। विस्फोटक लगाने के लिए पुलिस कमिश्नरेट से हमे फाइनल एनओसी मिल चुकी है

आसपास की इमारतों के डैमेज के 100 करोड़ रुपए का बीमा और अंडरग्राउंड पाइप लाइन के लिए 2.5 करोड़ का बीमा कराया गया। विस्फोटक देने वाली कंपनी टावरों तक विस्फोटक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्ट देने को तैसार है इसकी सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। सीबीआरआई को सभी तरह की टेक्निकल रिपोर्ट दी जा चुकी है। 15 अगस्त तक स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट दी जाएगी ये रिपोर्ट सुपरटेक देगा।

फाइनल ब्लास्ट से पहले की तैयारी

सुपरटेक के तीन टावर और 4 एटीएस को कर्टेन के कवर किया जाएगा। ये काम फाइनल डे के दिन किया जाएगा। क्योंकि से फाइबर धूल और डैमेज को रोकेगा। फाइनल ब्लास्ट से दो दिन पहले चेन्नई आईआईटी के 10 लोगों की टीम वाइब्रेशन चेक करने आ जाएगी। सुपरटेक के निवासियों को क्या करना है क्या नहीं फाइनल ब्लास्ट से पहले उनके साथ बैठक की जाएगी। ट्रैफिक जोन, पुलिस की तैनाती, इवेक्यूवेशन प्लान, मॉक ड्रिल फाइनल ब्लास्ट से तीन दिन पहले होगी। विस्फोटक लगाने के साथ साथ सुपरटेक दोनों टावरों में लगी लिफ्ट को अलग किया जाएगा।

तारीख बढ़ी तो क्या आएगी दिक्कत

-दोनों टावरों को गिराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इनके ज्वाइंट और बीम और पिलर को कमजोर किया गया है।

- दोनों इमारत के वजन को कम किया गया है ताकि ब्लास्ट के दौरान इनको गिराया जा सकें।

- पिलर में 10 हजार छेद किए गए है जिनको जियो टैक्टाइल फाइबर से ढका गया है समय के साथ इनकी क्षमता कम होती जाती है।

- सिर्फ देरी की वजह से हमारे 80 लेबर और 16 एक्सपर्ट खाली बैठे है।

- डिमोलिश करने वाली कंपनी जेट डिमोलेशन के और भी अनुबंध है। 28 अगस्त तक ब्लास्ट नहीं होता तो नवंबर तक इंतजार करना होगा।

- यदि तारीख बढ़ी और हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी कंपनी की नहीं होगी। क्योंकि इमारत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है।



Prashant Dixit

Prashant Dixit

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