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विधि विधान से हुआ पूजन: चली मेट्रो टेस्ट ड्राइव को, dmrc-nmrc के MD ने दिखाया हरी झंडी 

नोएडा-मेट्रो कॉरिडोर पर मेट्रो का पहला टेस्ट ड्राइव मंगलवार को ग्रेटर नोएडा डिपो से किया गया। करीब एक किलोमीटर तक टेस्ट ड्राइव किया। इससे पहले दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेश

Anoop Ojha
Published on: 2 Jan 2018 8:20 PM IST
विधि विधान से हुआ पूजन: चली मेट्रो टेस्ट ड्राइव को, dmrc-nmrc के MD ने दिखाया हरी झंडी 
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विधि विधान से हुआ पूजन: चली मेट्रो टेस्ट ड्राइव को, dmrc-nmrc के MD ने दिखाया हरी झंडी 

ग्रेटर नोएडा: नोएडा-मेट्रो कॉरिडोर पर मेट्रो का पहला टेस्ट ड्राइव मंगलवार को ग्रेटर नोएडा डिपो से किया गया। करीब एक किलोमीटर तक टेस्ट ड्राइव किया। इससे पहले दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंधक निदेषक डा. मंगू सिंह, नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेषक आलोक टंडन ने विधि विधान से पूजन किया। इसके बाद हरी झंडी दिखाकर टेस्ट ड्राइव के लिए मेट्रो को रवाना किया। टेस्ट के दौरान चालक के अलावा मेट्रो में और कोई सवार नहीं हो पाए।

जिले के लोगों को लंबे से नोएडा से ग्रेटर नोएडा मेट्रो कॉरिडोर के शुरू होने का इंतजार है, अब उनका इंतजार जल्द ही खत्म होने वाले हैं। इस रूट पर मेट्रो का औपाचरिक ट्रायल 15 जनवरी से किया जाएगा। शुरूआत में ग्रेटर नोएडा के छह स्टेशनों नॉलेज पार्क-दो, परी चौक, अल्फा-एक, अल्फा-दो, डेल्टा-एक और डिपो स्टेशन तक किया जाएगा। डीएमआरसी के एमडी डा. मंगू सिंह ने कहा कि टेस्ट ड्राइव मेट्रो की गति काफी कम रखी गई। ड्राइव के दौरान ट्रैक का टेस्ट भी किया गया। तकनीकी इंजीनियरों द्वारा खामियों की तकनीकी जांच की गई। पहले टेस्ट ड्राइव में मेट्रो पूरी तरह खरा उतरा। डीएमआरसी के एमडी ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण सबसे कम समय ढाई साल में पूरा किया। आज तक अब तक सबसे बड़ा रिकार्ड है इतने कम समय में मेट्रो ट्रैक का निर्माण किया गया। लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में कम समय मेट्रो ट्रैक निर्माण करने का अवार्ड मिला है।

नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी आलोक टंडन ने बताया कि मेट्रो की औपाचरिक ट्रायल के बाद तीन माह तक लगातार ट्रैक पर ट्रायल किया जाएगा। सुरक्षा क्लीयरेंस मिलने के बाद मेट्रो को अप्रैल-2018 में यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। 29.70 किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रेक पर कुल 21 स्टेशन बनाए गए है। सभी स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। इस मेट्रो ट्रैक पर प्रतिदिन पीक अवार में करीब 65 हजार मुसाफिरों के सफर का आंकलन किया गया है। गुजराज से चार कोच वाली ट्रेन 23 नंवबर को ग्रेटर नोएडा डिपो पर पहुंच गई थी। प्रत्येक ट्रेन में चार कोच होंगे। कॉरिडोर में कुल 19 टेन सेट यानी 76 कोच होंगे। प्रत्येक पखवाड़े कोच पहुंच जाने की संभावना है। मेट्रो एक्वा कलर थीम के साथ डिजाइन की गई है।

विश्व की चौथी सबसे लंबी मेट्रो ट्रैक हुई

ग्रेटर नोएडा का मेट्रो तैयार हो जाने के बाद दिल्ली एनसीआर में 375 किलोमीटर मेट्रो ट्रैक लाइन का विस्तार हो चुका है। सिंघाई, बिजिंग व लंदन के बाद ग्रेटर नोएडा को दिल्ली एनसीआर को मेट्रो विश्व का चौथा सबसे बड़ा मेट्रो ट्रेक बन गया है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 47 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर बना है। जिसमें लोग 47 किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रैक पर सफर कर रहे है।



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Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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