Noida: नोएडा की सड़क पर अब न घबराएं, मदद की है जरूरत तो दबाएं 'HELP' बटन..तुरंत मिलेगी सहायता

Noida News: नोएडा में ITMS प्रोजेक्ट के तहत 76 चौराहों पर 'इमरजेंसी कॉल बॉक्स' लगाए गए हैं। यहां HELP बटन दबाते ही शख्स सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ जाएगा और मदद मिलेगी।

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Written By aman
Published on: 10 Jan 2023 1:23 PM GMT
Emergency Call Box
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Emergency Call Box (Social Media)

Noida News: सड़क से गुजरते वक्त कई बार ऐसे हालात बन जाते हैं जब आपको खुद के लिए या किसी अन्य शख्स के लिए आपात स्थितियों में मदद की जरूरत पड़ती है। अगर, आप नोएडा में रहते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। जी, हां अब यहां इमरजेंसी में किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत पड़ने पर आपको परेशान नहीं होना होगा। आपके नजदीकी चौराहे पर यदि कैमरे लगे नजर आएं तो उसी पोल पर एक इमरजेंसी कॉल बॉक्स (Emergency Call Box) लगा होगा। इस बॉक्स के एक बटन दबाते ही आपको मदद मिल जाएगी। है न ये कमाल की तरकीब।

एसओएस (SOS) और इमरजेंसी (Emergency) लिखे इस सिल्वर बॉक्स में एक लाल रंग का बटन होगा। जिस पर HELP लिखा होगा। उस बटन को दबाते ही आप तक मदद पहुंच जाएगी। सड़क पर किसी घायल के पड़े होने की सूचना या हादसे की जानकारी भी इसकी सहायता से आगे बढ़ा सकते हैं। बता दें, ये इमरजेंसी कॉल बॉक्स नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने शहर के 76 चौराहों पर लगवाए हैं।

कैसे करेगा काम?

इमरजेंसी कॉल बॉक्स में लगे 'HELP' बटन को जैसे ही कोई शख्स दबाता है। उसका संपर्क सेक्टर- 94 स्थित इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (Integrated Traffic Management System) के कंट्रोल रूम से हो जाता है। फिर मदद मांगने वाले व्यक्ति की तरफ से दी गई सूचना के अनुसार, संबंधित विभाग से संपर्क कर कंट्रोल रूम का स्टाफ शिकायत का समाधान करवाएगा।

आम लोगों की सुविधा के लिए

नोएडा अथॉरिटी ने बताया कि, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) प्रोजेक्ट में सुरक्षा तथा आम लोगों की सुविधा के लिहाज से इसे लगाया गया है। इसे पब्लिक एड्रेस सिस्टम (public address system) से भी जोड़ा गया है। ITMS के बाद अब इस सुविधा को भी शुरू कर दिया गया है। जिन चौराहों या सार्वजनिक जगहों पर ये बॉक्स लगाए गए हैं, उसका चयन स्थानीय पुलिस की तरफ से किया गया था।

कहां-कहां लगाए गए हैं बॉक्स?

आपको बता दें, आईटीएमएस कंट्रोल रूम (ITMS Control Room) में स्टाफ के साथ ट्रैफिक पुलिसकर्मियों (Traffic Policemen) की भी ड्यूटी लगायी जा रही है। ऐसे में अगर ट्रैफिक से संबंधित कोई दिक्कत होती है तो सूचना तत्काल संबंधित जिम्मेदार के पास पहुंचती है। फिलहाल ये बॉक्स चिल्ला गेट (Chilla Gate), रजनीगंधा चौराहा (Rajnigandha Chauraha), अट्टा पीर (Atta Pir), सेक्टर-18 ट्रैफिक सिग्नल (Sector-18 Traffic Signal), सेक्टर-15 मेट्रो स्टेशन गोल चक्कर, बॉटनिकल गार्डन (Botanical Garden) समेत अन्य जगहों पर लगाए गए हैं।

68.40 Cr. की लागत से हुआ तैयार

नोएडा में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम प्रोजेक्ट (Integrated Traffic Management System Project) अक्टूबर में बनकर तैयार हुआ। जिसके तहत शहर के करीब 108 जगहों पर 1185 अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं। इनके अलावा, सेक्टर-94 में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। इस व्यवस्था से ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों के चालान कैमरों के जरिए होने लगे हैं। अब निगरानी भी हाईटेकहै। ये प्रोजेक्ट करीब 68.40 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इसे तैयार करने वाली एजेंसी को 6 साल तक संचालन करना है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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