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Supertech Twin Towers: महज 10 सेकेंड में जमींदोज हो जाएगा ट्विन टावर, जानें क्या है तैयारियां

Supertech Twin Towers Demolition: सुपरटेक ट्विन टावर को गिराने में करीब 55 हजार टन मलबा निकलेगा। इमारत के गिरने के बाद करीब 35 हजार घन मीटर मलबा और धूल का गुबार पैदा होगा।

Krishna Chaudhary
Published on: 24 Aug 2022 5:38 PM IST
Supertech Twin Tower Demolition Date and Time
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Supertech Twin Tower Demolition Date and Time (Photo - Social Media)

Supertech Twin Towers News: नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Towers) को 28 अगस्त 2022 को महज कुछ सेकेंड में जमींदोज कर दिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर हो रही इस कार्रवाई को लेकर सारी तैयारियां कर ली गई हैं। इस बहुमंजिली इमारत को गिराने में 3700 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा।

इतने विस्फोटक को लगाने में 15 दिन से अधिक का समय लगा है। जानकारी के मुताबिक, 28 अगस्त को दोपहर ढ़ाई बजे इमारत को गिराया जाएगा। सुरक्षा को लेकर इमारत के पास से गुजरने वाली सड़क और आसपास रह रहे लोगों को आगाह कर दिया गया है।

कुतुबमीनार से अधिक है ऊंचाई

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुतुबमीनार से अधिक ऊंचाई वाली यह इमारत विस्फोटकों से उड़ायी जाने वाली सबसे बड़ी ऊंची इमारत होगी। इससे करीब 55 हजार टन मलबा निकलेगा। इमारत के गिरने के बाद करीब 35 हजार घन मीटर मलबा और धूल का गुबार पैदा होगा। जिसे शांत होने में 10 मिनट से अधिक समय लगेगा। मलबे को साफ करने में करीब 3 माह लग जाएगा। 50 हजार टन मलबे का झरना इमारत के बेसमेंट में जाएगा। इन मलबों को ढ़ोने के लिए ट्रकों को करीबी 1200 से 1300 चक्कर लगाने होंगे। इमारत ढहने के बाद इससे जो लोहा और स्टील निकलेगा, वह करीब 4 हजार टन निकलेगा।

सुरक्षा के क्या हैं उपाय ?

जब इमारत ध्वस्त होगी तो इससे उठने वाला धूल का गुबार करीब 60 मंजिला इमारत जितना ऊपर तक उठेगा। इससे आप पास की इमारतों को बचाने के लिए पानी के जेट, फायर टेंडर और फव्वारों का इस्तेमाल किया जाएगा। मलबा आसपास के क्षेत्र में न फैले इसके लिए आसपास के दो टावरों को पूरी तरह से काले और सफेद जियोटेक्सटाइल फाइबर से ढक दिया गया है। साथ ही गैस पाइपलाइनों की सुरक्षा की व्यवस्था भी की गई है।

अगर हुआ नुकसान, तो करेंगे भरपाई

टॉवर को गिराने से पहले एडिफिस (गिराने का ठेका लेने वाली कंपनी) ने ओएनजीसी की पाइपलाइन और पड़ोस में बने दो अन्य टावर को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए बीमा करवाया है। पाइप लाइन का 2.5 करोड़ रुपए तो दोनों टावरों का 100 करोड़ रुपए का बीमा कराया गया है। वहीं जिस दिन इमारत को जमींदोज किया जाएगा, उस दिन 1396 रहवासियों को जगह खाली कर देने के लिए कह दिया गया है। वह या तो एक दिन पहले जगह खाली कर सकते हैं या विस्फोट से कुछ समय पहले वहां से जा सकते हैं।



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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