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Noida Twin Tower Demolished: ध्वस्तीकरण के कारण आसपास के इमारतों को हुए नुकसान की भरपाई करेगी एडिफिस इंजीनियरिंग
Noida Twin Tower Demolished: डिमोलिशन का काम सारा प्लान के मुताबिक ही हुआ। 3700 किलोग्राम विस्फोटक की मदद से 10 सेकेंड के भीतर इमारत को जमींदोज कर दिया गया।
Noida Twin Tower Demolished: नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टॉवर को कल यानी रविवार 28 अगस्त की दोपहर को जमींदोज कर दिया गया। इसकी तैयारी काफी लंबे समय से चल रही थी। कुतुबमीनार से भी ऊंची इन इमारतों को गिराने से पहले कई तगड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। इमारत के आसपास रहने वाले सात हजार रहवासियों को वहां से हटा दिया गया था, यहां तक आवारा पशुओं को भी कहीं और शिफ्ट किया गया था। ट्विन टॉवर्स के आसपास के इमारतों को बड़े – बड़े परदों से ढंक दिया गया था ताकि उन्हें धूल से बचाया जा सके।
डिमोलिशन का काम सारा प्लान के मुताबिक ही हुआ। 3700 किलोग्राम विस्फोटक की मदद से 10 सेकेंड के भीतर इमारत को जमींदोज कर दिया गया। इतने बड़े स्तर पर ब्लास्ट के बावजूद किसी अनहोनी की खबर नहीं आई। हालांकि, इस दौरान आसपास के सोसाइटियों में थोड़ा – बहुत नुकसान हुआ है, जिसे चिन्हित कर लिया गया है।
नुकसान की भरपाई करेगी एडिफिस इंजीनियरिंग
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि डिमोलिशन के दौरान एटीएस विलेज की लगभग 10 मीटर की चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त हुई है। साथ ही ट्विन टॉवर्स की तरफ स्थित कुछ फ्लैट के शीशे टूट गए हैं। वहीं टॉवर्स के बिल्कुल पास मौजूद एमराल्ड को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। एटीएस विलेज में जो चाहरदीवारी और शीशे टूटे हैं, उसे इमारत को गिराने का ठेका लेने वाली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग द्वारा जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा। इसका खर्च भी कंपनी खुद वहन करेगी।
कंपनी ने करवाया है सौ करोड़ का बीमा
ट्विन टॉवर्स को गिराने वाली मुंबई की कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग ने पहले ही एहतियात के तौर पर 100 करोड़ रूपये का बीमा करवाया था। इसकी अवधि तीन महीन की है। एडिफिस इंजीनियरिंग के एक अधिकारी के मुताबिक, ध्वस्तीकरण के दौरान जोखिम की आशंका को ध्यान में रखते हुए टाटा इंश्योरेंस से करार किया गया है। यदि आने वाले तीन महीनों तक डिमोलिशन के कारण किसी फ्लैट को कई नुकसान पहुंचता है तो उसे इस बीमा के जरिए ठीक कराया जाएगा।