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Liquor License: अब शराब पार्टी करने के लिए लेना होगा लाइसेंस, यूपी के इस शहर में लागू हुई व्यवस्था
License For Liquor Party: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासी को घर या सामुदायिक स्तर की पार्टियों पर शराब परोसने के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया गया है।
License For Liquor Party: अगर आप यूपी से हैं और अब से घरों या किसी सामुदायिक हॉल में पार्टी के दौरान शराब परोसे हैं तो आपको मुसीबत हो सकती है। दरअसल, नोएडा या ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लोगों को घर या किसी सामुदायिक हॉल में आयोजित पार्टी में शराब परोसने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया है। लाइसेंस के लिए मामूली फीस रखी गई है। इसके बाद भी अगर कोई बिना लाइसेंस शराब परोसा तो वह नियम का उल्लंघन मनाना जाएगा और कार्रवाई होगी। यह जानकारी गौतम बुद्ध नगर के जिला आबकारी विभाग की ओर से मिली।
अब घरों मे शराब परोसने के लिए लेना होगा लाइसेंस
गौतम बुद्ध नगर के जिला आबकारी अधिकारी (डीईओ) सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासी को घर या सामुदायिक स्तर की पार्टियों पर शराब परोसने के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया गया है। इसका उल्लंघन करने पर जुर्माना के साथ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। लोगों को इस नियमों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी पहुंचे, इसके लिए आबकारी अधिकारियों कल्याण संघों (आरडब्ल्यूए) और नागरिकों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। इस दौरान उन्हें अल्प समय के लिये लाइसेंस हासिल करने के दिशानिर्देशों की जानकारी दी जा रही है।
जानिए क्या है लाइसेंस फीस?
श्रीवास्तव ने कहा कि अगर कोई बिना लाइसेंस के शराब परोस रहा है, चाहे वह उत्तर प्रदेश में बिक्री के लिए हो या राज्य के बाहर। यह पूरी तरह अवैध है और इस पर विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी। इन पार्टियों के लिए दो प्रकार से लाइसेंस उपलब्ध करवाए जाएंगे। पहली श्रेणी घरेलू पार्टी की है। इसकी लाइसेंस फीस 4 हजार रुपये है, जबकि दूसरी दूसरी श्रेणी के सामुदायिक हॉल के लाइसेंस की है, जिसका शुल्क 11 हजार रुपये है। हालांकि यह लाइसेंस एक दिन के लिए वैध होंगे। लोग इन लाइसेंस का आवदेन ऑनलाइन कर सकते हैं।
इस साल जारी हुए इतने लाइसेंस
आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में 8,770 लाइसेंस जारी किये गए हैं। इससे पहले साल 2022 में 1 अप्रैल से लेकर 30 नंबर तक 5,820 लाइसेंस जारी किए गए थे। विभाग ने अकेले नवंबर में 900 ऐसे लाइसेंस जारी किया। यह आंकड़ा किसी एक महीने की अवधि में सबसे अधिक है। विभाग का कहना है कि इससे सरकार को बड़े पैमाने में राजस्व की प्राप्ति हो रही है।