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Sonbhadra News: चार दिन और करना पड़ेगा इंतजार, ट्रांसफार्मर के टेस्टिंग के बाद सामान्य हो पाएगी आपूर्ति
Sonbhadra News: पिपरी विद्युत वितरण खंड के उपभोक्ताओं को अभी बिजली आपूर्ति सामान्य होने के लिए अभी चार से पांच दिन और इंतजार करना पड़ेगा।
Duddhi Sonbhadra: पिपरी विद्युत वितरण खंड (Pipri electricity distribution section) के उपभोक्ताओं को अभी बिजली आपूर्ति (power supply) सामान्य होने के लिए अभी चार से पांच दिन और इंतजार करना पड़ेगा। बिजली गिरने के चलते फूंके 40 एमवीए के ट्रांसफार्मर की जगह नया मंगा लिया गया है। कहा जा रहा है कि उसे पूरी तरह से स्थापित, चार्जिंग और टेस्टिंग में चार से पांच दिन का वक्त लग सकता है। फिलहाल कहा जा रहा है कि कोई खासा दिक्कत नहीं आई तो छह सितंबर तक आपूर्ति बहाल कर ली जाएगी।
बताते चलें कि पिछले सप्ताह शनिवार की देर शाम आकाशीय बिजली (Lightning) की चपेट में आकर रिहंद जल विद्युत गृह परिसर स्थित 132/22 केवी के पावर हाउस में लगा 40 एमवीए का पावर परिवर्तक (ट्रांसफार्मर) फूंक गया था। इससे रेणुकूट, बीजपुर, म्योरपुर, दुद्धी, बभनी, विंढमगंज के लगभग 250 गांवों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई थी। आपूर्ति व्यवस्था लड़खड़ाने के 24 घंटे के बाद वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बिजली आपूर्ति का काम करने का काम शुरू किया गया लेकिन वह आपूर्ति महज चार से आठ घंटे ही कर पाना संभव हो पा रहा है।
नया ट्रांसफार्मर मंगवाने का काम पूरा कर लिया गया है
इसको देखते हुए कानपुर से 40 एमवीए का नया ट्रांसफार्मर मंगवाने का काम पूरा कर लिया गया है। बृहस्पतिवार से नए ट्रांसफार्मर की शिफ्टिंग, वायरिंग, सेंट्रीफ्यूजिंग, टेस्टिंग आदि का कार्य शुरू कर दिया गया है। अभियंताओं का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो 27 अगस्त से लड़खड़ाई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था 11 दिन बाद यानी छह सितंबर की रात तक पटरी पर आ जाएगी।
उधर, एसडीओ विद्युत तीरथराज ने बताया कि बुधवार काी देर रात नया 40 एमवीए का ट्रांसफार्मर रिहंद जल विद्युत गृह परिसर पहुंच गया है। शुक्रवार की सुबह उसे संबंधित उपकरण के जरिए, जहां उसे लगना है, वहां मौजूद प्लेटफॉर्म पर पहुंचा दिया गया। अब उसमें रेडिएटर लगाया जाएगा। उसके बाद वायरिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद शनिवार की रात से सेंट्रीफ्यूज की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। दो दिन रविवार और सोमवार को सेंट्रीफ्यूज की प्रक्रिया अपनाने के बाद जब आयल टेंपरेचर 70 से 75 डिग्री हो जाएगा, तब ट्रांसमिशन विंग की जिला मुख्यालय की टीम रिले तथा अन्य उपकरणों की जांच कर उसे सही होने का सर्टीफिकेट जारी करेगी और क्वालिटी कंट्रोल का कार्य करेगी।
आपूर्ति बहाली में अभी चार से पांच दिन का वक्त
सर्टिफिकेट मिलने के बाद विभाग की डिस्ट्रीब्यूशन टीम ट्रांसफार्मर पर धीरे-धीरे, अलग-अलग स्थानों का लोड डालकर विद्युत आपूर्ति बहाल करने का काम शुरू करेगी। फिलहाल छठ सितंबर की रात तक आपूर्ति सामान्य होने की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं अधिशासी अभियंता सुजीत गुप्ता का भी कहना है कि आपूर्ति बहाली में अभी चार से पांच दिन का वक्त लग सकता है।