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देवबंद के मदरसों में एडमिशन के लिए अनिवार्य हुआ आधार

Rishi
Published on: 1 July 2018 5:37 PM IST
देवबंद के मदरसों में एडमिशन के लिए अनिवार्य हुआ आधार
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सहारनपुर : आधार कार्ड को सरकार द्वारा तमाम दस्तावेजों से जोड़ने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए आधार कार्ड मांगा जाने लगा है। अब देवबंद के दारूल उलूम समेत अन्य तमाम मदरसों में भी तलबा (छात्र) के प्रवेश के लिए आधार कार्ड अनिवार्य रुप से कर दिया गया है। इसके बिना किसी भी मदरसे में तलबा को प्रवेश नहीं मिल सकेगा।

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मदरसों ने एक राय होकर एक कानून बनाया है, जिसके तहत अब जो भी तलबा (छात्र) एडमिशन लेगा तो उसको सरकारी कागजात आधार कार्ड के बिना नहीं मिलेगा। इससे जो लोग मदरसों पर दहशद गर्द को पनाह देने का आरोप लगाते थे उससे भी राहत मिलेगी और आधार कार्ड पर एडमिशन होने पर सरकार जब चाहे जांच कर सकती है।

देवबंद के मदरसा दारुल उलूम जकरिया के मोहतमिम मुफ्ती शरिफ खान ने बताया कि जितने मदरसे हैं उनके बारे में भाई लोगों का ख्याल ये है कि यहां पर दहशतगर्दी की पढ़ाई होती है। दहशतगर्दी यहां से फैलाई जाती है तो उसको रोकने के लिए और सरकार को इतमिनान दिलाने के लिए हम सिर्फ ऐसे छात्र का दाखिला लेंगे जिसके पास सरकारी कागजात हो के यह हिंदुस्तानी है या इस को सरकार की तरफ से इजाजत मिली हो कि आप लोग यहां पढ़ सकते हो।

उन्होंने कहा हम सिर्फ उन्हीं को दाखिला देंगे जिनके पास आधार होगा। उसकी वजह से फायदा ये होगा कि जो गलत कानूनी तरीके से यहां पर तालीम हासिल करते थे, या पुलिस की निगाह रहती थी कि यहां पर गैर कानूनी लोग रहते हैं उससे हमारी हिफाजत हो जाएगी।

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खान कहते हैं तमाम मदरसे वाले इसी पर काम करेंगे इसी पर दाखिला देंगे। सरकारी जांच अगर कराना चाहेंगे कर सकते हैं। क्योंकि मदरसों में दहशतगर्दी नहीं होती है और खासकर जब हम आधार कार्ड पर दाखिला लेंगे तो फिर तो जो है कोई भी आकर जांच कर लें। उसमें किसी भी मदरसे वाले को एतराज नहीं है। हम चाहेंगे कि आए और जांच लें और इस मामले को साफ कर दें।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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