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अब बीएचयू में भी हो सकेगी कोरोना संदिग्धों के सैम्पल की जांच

अब कोरोना वायरस संदिग्धों के सैम्पल की जांच की सुविधा वाराणसी हिन्दू विश्वविद्यालय के आईएमएस में उपलब्ध हो गई है। रविवार को यहां दो सैम्पलों की जांच हुई।

Aradhya Tripathi
Published on: 8 March 2020 3:10 PM GMT
अब बीएचयू में भी हो सकेगी कोरोना संदिग्धों के सैम्पल की जांच
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लखनऊ: चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सबसे जरूरी इसकी जांच है। आम सर्दी-जुकाम के लक्षण वाले इस खतरनाक वायरस से व्यक्ति संक्रमित है या नहीं। उत्तर प्रदेश में इस वायरस की जांच केवल किंग जार्ज मेडिकल कालेज में ही हो रही है।

कई जांचों को एनसीडीसी दिल्ली और पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी को भेजनी पड़ती है। लेकिन अब कोरोना वायरस संदिग्धों के सैम्पल की जांच की सुविधा वाराणसी हिन्दू विश्वविद्यालय के आईएमएस में उपलब्ध हो गई है।

रविवार को यहां दो संदिग्धों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी पुणे को चार, केजीएमयू को 267, एनसीडीसी दिल्ली को 135 सैंपल भेजे गए हैं।

308 जांच रिपोर्ट निगेटिव

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स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अभी तक कुल आठ संदिग्धों की जांच रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। जबकि 308 जांच रिपोर्ट निगेटिव आए हैं और बाकी जांच रिपोर्ट प्रतीक्षा में हैं। रविवार को यूपी से छह कोरोना संदिग्ध यात्रियों को भर्ती किया गया।

जिसमें हाथरस से एक, दिल्ली के सफदरजंग से एक तथा सिद्धार्थनगर से चार संदिग्ध शामिल हैं। कोरोना संदिग्धों के सम्पर्क में आने वालों में एक सफदरजंग और दो आगरा के अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।

अभी तक 12 उन देशों से जहां की यात्रा प्रतिबंधित है, से यूपी में रहने वाले 2462 यात्री आ चुके हैं। इनमे से 666 यात्रियों को आब्जर्वेशन में रखा गया है। जबकि अब तक 1670 लोग आब्जर्वेशन की 28 दिन की मियाद पूरी कर चुके हैं।

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पूरी दुनिया में मौत का तांडव मचा रहा कोरोना वायरस भारत में लोगों को संक्रमित न कर पाए इसके लिए सरकार व प्रशासन दोनों ही सजगता से लगे हुए हैं। सरकारी सजगता का ही नतीजा है कि अभी तक नेपाल बार्डर पर 10 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जबकि एयरपोर्टों पर यह संख्या 12029 है।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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