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अच्छी खबर अब घरों में लगेंगे उच्च तकनीकी के ही बिजली स्मार्ट मीटर
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में खरीदे गये लगभग 40 लाख स्मार्ट मीटर की कुल प्रोजेक्ट लागत लगभग 1927 करोड़ है। इन मीटरों की पुरानी टेक्नोलाजी 2 जी और 3 जी को लेकर हो रहे विवाद में अब एक नया मोड आ गया है।
लखनऊ। उपभोक्ता परिषद की लड़ाई रंग लायी नियामक आयोग व ऊर्जामंत्री के हस्तक्षेप के बाद बहुत जल्द प्रदेश में उपभोक्ताओं के घरों में अब उच्च तकनीकी आधारित लगेंगे स्मार्ट मीटर। पावर कार्पोरेशन ने ईईएसल के प्रबंध निदेशक को भेजा पत्र और दिया निर्देश उच्च तकनीकी उपलब्ध होते ही करें उसका प्रयोग। उपभोक्ता परिषद् लम्बे समय से कर रहा था 2 जी 3 जी आधारित पुरानी टेक्नोलाजी स्मार्ट मीटर का विरोध।
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में खरीदे गये लगभग 40 लाख स्मार्ट मीटरों की कुल प्रोजेक्ट लागत लगभग 1927 करोड़ है। इन मीटरों की पुरानी टेक्नोलाजी 2 जी और 3 जी को लेकर हो रहे विवाद में अब एक नया मोड आ गया है।
उन्होंने कहा कि जहां उपभोक्ता परिषद लगातार इस बात का विरोध कर रहा है कि पुरानी टेक्नोलाजी के बजाय 4 जी टेक्नोलाजी अथवा उसके समकक्ष उच्च टेक्नोलाजी एनबीआईवोटी {नैरोबैंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स } संचार तकनीकी पर आधारित स्मार्ट मीटर लगाए जाएं क्यों की भविष्य में 2 जी और 3 जी स्मार्ट मीटर प्रचलन से बाहर हो जाएगी ।
स्मार्ट मीटर के इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुये उपभोक्ता परिषद द्वारा दाखिल जनहित प्रत्यावेदन पर उप्र विद्युत नियामक आयोग ने पावर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक से विगत दिनों रिपोर्ट तलब की थी और इसी बीच उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने पूरे मामले की शिकायत प्रदेश के ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा से भी की थी ।
अब स्मार्ट मीटर ही लगेंगे
अनंततः उपभोक्ता परिषद की लड़ाई रंग लायी पावर कार्पोरेशन प्रबंध ने काफी लम्बी चर्चा के बाद यह तय कर लिया की अब भविष्य में जो भी स्मार्ट मीटर लगेंगे वह एनबीआईवोटी संचार तकनीकी पर आधरित होंगे यह तकनीकी मशीन से मशीन के बीच डाटा कमन्यूकेशन की सबसे उच्च तकनीकी है।
पावर कार्पोरेशन प्रबंधन के निर्देश पर कार्पोरेशन के निदेशक कमर्शियल ऐ के श्रीवास्तव की तरफ से उपभोक्ता परिषद् की शिकायत व नियामक आयोग एवं ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बाद एक पत्र एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसल) के प्रबंध निदेशक को लिख कर भविष्य में 2 जी 3 जी टेक्नोलाजी आधारित स्मार्ट मीटर की जगह नयी तकनीकी के एन बी आई वो टी संचार तकनीकी निर्मित ही प्रयोग में लिए जाने का निर्देश दिया गया है ।
इस बीच उपभोक्ता परिषद ने कहा है कि पूरे प्रदेश में लगभग 8 लाख स्मार्ट मीटर जो पुरानी टेक्नोलाजी 2 जी और 3 जी तकनीकी के स्मार्ट मीटर लगे हैं भविष्य में उसमें भी कोई तकनीकी खामी जब आएगी तो उसे भी ईईएसल को फ्री आफ कॉस्ट उच्च तकनीकी मे कन्वर्ट करना होगा इस आशय का पत्र भी कार्पोरेशन को लिख कर उन्हे बता देना जरूरी है ।