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UP Politics: ओमप्रकाश राजभर ने फिर सपा पर बोला हमला, कहा-जल्द जेल जाएंगे अखिलेश और शिवपाल यादव
UP Politics: सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए कहा था कि वे और घोसी में चुनाव हारने वाले दारा सिंह चौहान जल्द ही मंत्री बनेंगे।
UP Politics: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है। घोसी विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की करारी हार के बाद सपा नेताओं और राजभर के बीच तीखी तकरार का दौर दिख रहा है। इस बीच ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा के दो अन्य वरिष्ठ नेताओं प्रोफेसर रामगोपाल यादव व शिवपाल यादव पर लगे आरोपों की जल्द ही जांच होगी और जांच में दोषी पाए जाने पर इन नेताओं को जेल की हवा खानी पड़ेगी।
सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए कहा था कि वे और घोसी में चुनाव हारने वाले दारा सिंह चौहान जल्द ही मंत्री बनेंगे। दारा सिंह चौहान की हार के बाद सपा नेताओं की ओर से भी राजभर पर तीखे हमले किए जा रहे हैं। सपा नेताओं का कहना है की घोसी उपचुनाव के नतीजे से पता चल गया है कि राजभर में कितनी ताकत है। घोसी के मतदाताओं ने राजभर को उनकी औकात बताती है।
घोटालों की जांच के बाद सपा नेता जाएंगे जेल
राजभर ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के खनन घोटाले में शामिल होने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खनन घोटाले में गायत्री प्रजापति के साथ अखिलेश यादव का भी नाम सामने आया था। गोमती रिवर फ्रंट मामले में अखिलेश, रामगोपाल और शिवपाल तीनों के नाम शामिल हैं। राजभर ने कहा कि सपा नेताओं पर लगे इन आरोपों की जांच की जाएगी और जांच में दोषी पाए जाने पर तीनों जेल जाएंगे।
उन्होंने राम गोपाल यादव को घेरते हुए तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि भूमाफिया को बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए कौन गया था। जिस पर सौ से ज्यादा मुकदमे है,उसे बचाने के लिए वे खुलेआम मुख्यमंत्री योगी से मिलने के लिए गए थे।
सुभासपा नेता ने कहा कि सीबीआई की जांच में राम गोपाल यादव के बेटे का नाम भी सामने आया था मगर वे बच गए। खुद को बचाने के लिए उन्होंने भाजपा नेताओं के पास सिफारिश की थी। सपा नेताओं को झूठ बोलने की आदत है और वे झूठ को भी सच बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
खुद के जल्द मंत्री बनने का किया दावा
इससे पूर्व राजभर ने रविवार को दावा किया था कि उन्हें और दारा सिंह चौहान को जल्दी ही मंत्री बनाया जाएगा। उनका कहना था कि एनडीए के मालिक विपक्ष के नेता नहीं है। एनडीए के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और अमित शाह और जेपी नड्डा इसके मालिक हैं। घोसी उपचुनाव में सपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की हार के बाद राजभर के सियासी भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं और इसी के मद्देनजर राजभर ने यह दावा किया है।
बलिया के दौरे पर पहुंचे राजभर ने कहा कि घोसी में जीत हासिल करने के बाद जो लोग उछल रहे हैं,उन्हें धैर्य रखना चाहिए। कहीं उन्हें हार्ट अटैक न हो जाए। उनका यह भी करना था कि उपचुनाव में खुशी मनाने वालों को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा।
घोसी उपचुनाव के बाद शुरू हुई तकरार
दरअसल घोसी उपचुनाव में दारा सिंह चौहान की हार के बाद सपा नेताओं ने राजभर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के साथ रहने वाले राजभर ने अब एनडीए का दामन थाम लिया है। घोसी उपचुनाव को लेकर राजभर की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे। मतदान के बाद भी उन्होंने भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की बड़ी जीत का दावा किया था मगर मतगणना के दौरान उनके सारे दावे थोथा साबित हुए। इसी के बाद से सपा और राजभर के बीच आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया है।