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Omprakash Rajbhar News: मुख्तार अंसारी को लेकर मुसीबत में फंस सकते हैं राजभर
Omprakash Rajbhar News: ओमप्रकाश राजभर ने बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से मुलाकात करने के बाद उन्हें सुहेलदेव समाज पार्टी से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है।
Omprakash Rajbhar News: जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (mukhtar ansari latest news) को अगले विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव समाज पार्टी (Suheldev Samaj Party) के समर्थन की बात कहकर पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) मुसीबत में पड़ सकते हैं। कहा जा रहा है कि हाल ही में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का सुहेलदेव समाज पार्टी से गठबन्धन हुआ है जबकि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मुख्तार अंसारी को लेकर असहज हैं। उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में ओमप्रकाश राजभर ने बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से मुलाकात करने के बाद उन्हे अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है।
पिछली बार जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले 2016 में बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को पार्टी में शामिल करने को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह के बीच काफी तनातनी हो गयी थी। कई दिनों तक वाद विवाद और वार्तालाप के बाद अखिलेश यादव ने आखिरकार मुख्तार अंसारी को टिकट नहीं दिया था।
हांलाकि इसी साल अगस्त में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को अपनी पार्टी में शामिल कर चुके है। इसके पीछे कारण यह बताया गया है कि सिबगतुल्लाह अंसारी का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। अखिलेश यादव की रणनीति पूर्वांचल की करीब 10 सीटों पर अंसारी बंधुओं के प्रभाव का लाभ उठाने की है।
इसके पहले बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्तार अंसारी का मऊ सदर सीट से टिकट काट चुकी है। इसके बाद से कई राजनीतिक दलों में अंसारी को अपने पाले में करने की होड़ मची है। यहाँ यह याद दिलाना जरूरी है कि भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी को अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मुख्तार यूपी की जिस सीट से चाहें, चुनाव लड़ सकते हैं। वह उनके लिए प्रचार भी करेंगे। ओमप्रकाष राजभर के मुख्तार अंसारी को दिए गए इस आफर के बाद से भाजपा बेहद नाराज है। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर कह चुके हैं कि मऊ में सुभासपा की रैली को माफियाओं और सपा द्वारा प्रायोजित किया गया था। बांदा जेल में ओमप्रकाश राजभर मुख्तार अंसारी से मिलने नहीं, बल्कि रैली का हिसाब किताब देने गए थे। रैली में राजभर समाज को गुमराह और अपमानित किया गया। आरोप लगाया कि रैली में राजभर समाज को शराबी कह कर अपमानित किया गया है।