UP News: नवनियुक्त मंत्रियों को मिले विभाग, राजभर को पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण का जिम्मा

UP News: ओमप्रकाश राजभर को पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण, दारा सिंह को कारागार, सुनील शर्मा को आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, अनिल कुमार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, धर्मवीर प्रजापति को नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड विभाग का जिम्मा सौंपा गया है।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 12 March 2024 1:33 PM GMT (Updated on: 12 March 2024 3:18 PM GMT)
UP-Newly appointed ministers get departments, Rajbhar is responsible for Panchayati Raj and minority welfare
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 यूपी-नवनियुक्त मंत्रियों को मिले विभाग, राजभर को पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण का जिम्मा: Photo - Social Media

UP News: यूपी की योगी सरकार ने नवनियुक्त मंत्रियों को मंगलवार को विभागों का बटवारा कर दिया। सुभासपा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर को पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को कारागार विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा को आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग सौंपा गया है। रालोद कोटे से मंत्री अनिल कुमार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और वहीं योगी मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति अब नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड विभाग के मंत्री बनाये गए हैं। धर्मवीर प्रजापति पहले स्वतंत्र प्रभार कारागार मंत्री थे। अब इनका विभाग बदल कर दारा सिंह को दे दिया गया है।



पांच मार्च को पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था

बता दें कि पांच मार्च को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था, जिसमें ओमप्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान, सुनील शर्मा व अनिल कुमार को मंत्री बनाया गया है। बीते दिनों ओम प्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान, अनिल कुमार और सुनील कुमार शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली थी।


एक साल बाद फिर से बदला मिजाज-

विधानसभा चुनाव के एक साल बाद राजभर का फिर से मिजाज बदल गया और वो धीरे-धीरे बीजेपी के करीब आने लगे। जुलाई 2023 में राजभर ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उसी दिन एनडीए में शामिल होने का ऐलान हो गया।

और इस तरह खत्म हो हो गया चार साल का वनवास

एनडीए में शामिल होने के बाद से ओपी राजभर के योगी कैबिनेट में भी शामिल होने की चर्चा तेज हो गई थी। वहीं कहा जाता था कि योगी आदित्यनाथ राजभर को फिर से कैबिनेट में शामिल करने के इच्छुक नहीं थे। उधर कुछ लोगों का यह भी मानना था कि बीजेपी राजभर को कैबिनेट में शामिल करने के लिए सही समय का इंतजार कर रही है। करीब पांच महीने तक कैबिनेट विस्तार का इंतजार करने के बाद पिछले साल दिसंबर में राजभर एक बार फिर दिल्ली पहुंचे और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। हालांकि, तमाम कयासों के बाद योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल में राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया और इस तरह से राजभर अपना चार साल का वनवास खत्म करते हुए मंत्री भी बन गए। आज उन्हें महत्वपूर्ण विभाग भी मिल गया है।


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