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हमीरपुर: कुपोषित बच्चों के परिजनों को सौंपी गई एक-एक दुधारू गाय
हर कुपोषित बच्चे के अभिभावकों को एक-एक गाय देने की सीएम योगी आदित्यनाथ की घोषणा का असर जिले में दिखने लगा है। इसी क्रम में गुरुवार को कुरारा ब्लाक के बदनपुर गांव के कुपोषित बच्चों के परिवार वालों को दुधारू गाय दान की गई।
हमीरपुर: हर कुपोषित बच्चे के अभिभावकों को एक-एक गाय देने की सीएम योगी आदित्यनाथ की घोषणा का असर जिले में दिखने लगा है। इसी क्रम में गुरुवार को कुरारा ब्लाक के बदनपुर गांव के कुपोषित बच्चों के परिवार वालों को दुधारू गाय दान की गई। जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की मौजूदगी में कुपोषित बच्चों के परिजनों को एक-एक गाय सौंपी गई। इसके साथ ही आश्वस्त किया गया कि प्रतिमाह लाभार्थी के खाते में गायों के भरण-पोषण को लेकर 900 रुपए की धनराशि भेजी जाएगी।
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प्राइमरी स्कूल में आयोजित गऊदान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा बदनपुर के प्राइमरी स्कूल में आयोजित गऊदान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि गाय का महत्व वैदिक काल से रहा है। गाय का दूध, गोबर, मूत्र सबमें औषधि तत्व पाए जाते है। धार्मिक रूप से भी गाय अत्यंत महत्वपूर्ण पशु है, जिसमें देवी-देवताओं का वास होता है। इसीलिए गाय को मां का दर्जा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने में गाय का दूध रामबाण का काम करेगा। लाभार्थी गायों का सही से ख्याल रखें। समय से चारा-पानी दें तो घर में भी खुशहाली आएगी। गायों के रखरखाव को लेकर शासन द्वारा प्रति लाभार्थी को हर माह नौ सौ रुपए की धनराशि भी दी जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी केके वैश्य ने भी ग्रामीणों को गाय का महत्व बताते हुए कहा
मुख्य विकास अधिकारी केके वैश्य ने भी ग्रामीणों को गाय का महत्व बताते हुए कुपोषण को लेकर शासन द्वारा शुरू की गई मुहिम को सफल बनाने का आह्वान किया। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक और जनपद की गौशालाओं के रखरखाव को लेकर नोडल अधिकारी बनाए गए डॉ.एसएस अली ने ग्रामीणों को पशुपालन विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गाय के दूध से बच्चे तो सेहतमंद होंगे ही साथ ही किसानों को अन्ना प्रथा जैसी कुप्रथा से भी छुटकारा मिलने का रास्ता तैयार होगा।
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जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरजीत सिंह ने बताया कि जनपद में कुपोषित बच्चों की संख्या 1053 है। जबकि 97 कुपोषित बच्चों के अभिभावकों ने गाय लेने की इच्छा जाहिर की थी। इसलिए सातों ब्लाकों ने इन कुपोषित बच्चों को आज से दुधारू गाय प्रदान की जानी शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला या फिर रक्तल्पता (एनीमिया) का शिकार कोई भी व्यक्ति दुधारू गाय प्राप्त कर सकता है। कार्यक्रम में खण्ड विकास अधिकारी कुरारा राम सिंह अहिरवार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके यादव, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.अमिताभ सचान, डॉ.ब्रजेंद्र सिंह लोधी, प्रभारी सीडीपीओ कुरारा शशि प्रभा, मुख्य सेविका मीना ठाकुर, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रावेंद्र पाल आदि मौजूद रहे।
रविंद्र सिंह
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