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अरे ये क्या ! यूपी में अब कौन करेगा ओवरलोड गाड़ियों की चेकिंग
यूपी में अब ओवरलोड वाहन चलाने वाले मालिकों के अच्छे दिन आ गए हैं। जी हां, क्योंकि इन वाहनों को चेकिंग करने वाली प्रवर्तन टीम के कर्मचारियों ने सरेंडर कर दिया है।
लखनऊ : यूपी में अब ओवरलोड वाहन चलाने वाले मालिकों के अच्छे दिन आ गए हैं। जी हां, क्योंकि इन वाहनों को चेकिंग करने वाली प्रवर्तन टीम के कर्मचारियों ने सरेंडर कर दिया है। प्रवर्तन टीम और उनके स्टाफों ने शासन से एक टूक कह दिया है कि जब तक हमें मानक के अनुरूप सुरक्षा नहीं मिलती, हम लोग ओवरलोड वाहनों की चेकिंग नहीं करेंगे। ऐसा उन्होंने हाल में इटावा में चेकिंग अभियान के दौरान होने वाली घटना को देखकर निर्णय लिया है। ये फैसला परिवहन विभाग के अधिकारियों ने गुरूवार को राजधानी में बैठक कर लिया।
प्रवर्तन टीम के लोगों ने कहा है कि जब तक ऑन रोड वाहनों की चेकिंग के दौरान अधिकारियों व समस्त चेकिंग स्टाफ को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं मिलती है हम ओवरलोड वाहनों को चेक नहीं करेंगे। एकजुट होकर विभागीय अधिकारियों ने शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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125 परिवहन कर्मचारी हैं शामिल
संगठन के अध्यक्ष डॉ. सियाराम वर्मा ने बताया कि चेकिंग के दौरान इटावा में जो घटना हमारे साथ हुई है यह कोई नई बात नहीं है। जब भी हम लोग कहीं पर ओवरलोड वाहनों को चेक करते हैं तो हमारे साथ ऐसा होता रहता है। पुलिस से भी कोई सहायता नहीं मिलती है। हमेशा ऐसा ही होता है। इसलिए हम लोगों ने यह निर्णय लिया है कि जब तक वाहन चेंकिंग के लिए जो मानक सरकार ने बना रखे हैं वे नहीं मिलेंगे तब तक हम चेकिंग का कार्य बंद रखेंगे। उनका दावा है कि 125 से अधिक परिवहन कर्मचारी उनके साथ हैं।
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इस घटना को देखकर प्रवर्तन टीम डर गई
इटावा जनपद के ऊदी चेक पोस्ट पर अवैध वसूली के आरोप में वहां के एसएसपी ने कुछ पुलिसकर्मियों के अलावा वहां पर तैनात पीटीओ विकास अस्थाना व प्रवर्तन सिपाही के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एसएसपी की इस कार्रवाई से नाराज होकर परिवहन के कर्मचारियों ने अपना विरोध शुरू किया है।
ये है ओवरलोड वाहनों को चेक करने के मानक
-प्रवर्तन टीमों और उसमें शामिल अधिकारियों, समस्त चेकिंग स्टाफ को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मिलती है।
-मानक के अनुरूप स्टाफ को शासकीय वाहन उपलब्ध होता है।
-जहां चेकिंग होती है, वहां के पास के थाने या पुलिस चौकी से प्रवर्तन टीम को चेकिंग के दौरान सहायता मिलती है।