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ऑक्सीजन की कमी से राहत, अस्पतालों- मेडिकल कॉलेजों में 4 दिन का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध

राज्य में कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है। होम आइसोलेशन के मरीजों में भी ऑक्सीजन की डिमांड में कमी आयी है।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Monika
Published on: 27 May 2021 4:10 PM GMT (Updated on: 27 May 2021 4:13 PM GMT)
oxygen cylinder backup
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ऑक्सीजन सिलेंडर  (सांकेतिक फोटो: सोशल मीडिया )

लखनऊ: पिछले महीने कोरोना के प्रकोप के दौरान सैकड़ो मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई लेकिन राज्य सरकार के त्वरित प्रयासों के कारण अब प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास लगभग चार दिन का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है।

विगत 24 घण्टों में राज्य में 574 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपयोग की गई है। साथ ही कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है। होम आइसोलेशन के मरीजों में भी ऑक्सीजन की डिमांड में कमी आयी है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास लगभग 4 दिन का ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है। राज्य में कार्यशील, निर्माणाधीन, स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्रों की कुल संख्या 415 हो गई है।

उधर पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 3,278 केस आए हैं। इसी अवधि में 6,995 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक एक्टिव मामले 3,10,783 थे। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 58,270 हो गयी है। इस प्रकार विगत 30 अप्रैल के सापेक्ष एक्टिव मामलों की संख्या में 2,52,513 की कमी आयी है।

कोरोना टेस्टिंग (सांकेतिक फोटो: सोशल मीडिया )

रिकवरी दर वर्तमान में 95.4 प्रतिशत

राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर वर्तमान में 95.4 प्रतिशत है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 3,47,821 कोविड टेस्ट किए गए। पिछले 24 घण्टों में टेस्ट पॉजिटिविटी दर मात्र 1.1 प्रतिशत रही है। प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 80 लाख 68 हजार 329 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को दवा उपलब्ध कराई जाए। ब्लैक फंगस के उपचार के लिए वैकल्पिक दवाओं की भी व्यवस्था कर मरीजों को उपलब्ध करायी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी जनपदों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे।

उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों एवं जनपदों में पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) तथानियोनेटल आईसीयू (नीकू) की स्थापना की कार्यवाही पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में एक अधिकारी की नियुक्ति की जाए।

सैनिटाइजेशन करते कर्मी (सांकेतिक फोटो: सोशल मीडिया )

स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही को प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही, नगरीय निकायों में भी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर तथा घनी आबादी के क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फॉगिंग का विशेष अभियान संचालित किया जाए। जल जमाव को रोकने के लिए नाले व नालियों की सफाई करा ली जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन के कार्य में फायर ब्रिगेड तथा गन्ना विभाग के वाहनों एवं मशीनों का उपयोग किया जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का व्यापक अभियान कोरोना सहित विभिन्न वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम में सहायक होगा।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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