पंचायत चुनाव: गांव की सरकार पर धनवर्षा, करोड़ों में गोरखपुर-बस्ती मंडल का विकास

पंचायत चुनाव के पहले गांवों में निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय, ग्राम पंचायत भवनों को पूरा करने के लिए शासन की ओर से 15वां वित्त के अंतर्गत बुनियादी अनुदान (अनटायड फंड) की दूसरी किस्त के रूप में गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के जिलों को करीब 271.19 करोड़ रुपये मिले हैं।

Roshni Khan
Published on: 19 Feb 2021 3:52 AM GMT
पंचायत चुनाव: गांव की सरकार पर धनवर्षा, करोड़ों में गोरखपुर-बस्ती मंडल का विकास
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पंचायत चुनाव: गांव की सरकार पर धनवर्षा, करोड़ों में गोरखपुर-बस्ती मंडल का विकास (PC: social media)

गोरखपुर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। गांव में सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है। ऐसे में प्रदेश सरकार भी गांव की सरकार पर मेहरबान है। गोरखपुर-बस्ती मंडल की ग्राम पंचायतों, जिला पंचायतों और क्षेत्र पंचायतों को विकास के लिए 271 करोड़ रुपये मिले हैं।

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पंचायत चुनाव के पहले गांवों में निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय, ग्राम पंचायत भवनों को पूरा करने के लिए शासन की ओर से 15वां वित्त के अंतर्गत बुनियादी अनुदान (अनटायड फंड) की दूसरी किस्त के रूप में गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के जिलों को करीब 271.19 करोड़ रुपये मिले हैं। सर्वाधिक ग्राम पंचायतों को 70 फीसदी और जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायतों को क्रमश: 15-15 फीसद धनराशि मिली है। जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर का कहना है कि 15वें वित्त के तहत अनटायड फंड की दूसरी किस्त शासन की ओर से जारी कर दी है। पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय और स्कूलों के कायाकल्प भी होगा। गांवों में पीने के पानी की व्यवस्था भी बेहतर हो सकेगी।

सर्वाधिक 53 करोड़ गोरखपुर के खाते में

जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवं ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त के तहत मिले बजट की प्रथम किस्त से सामुदायिक शौचालयों एवं ग्राम पंचायत भवनों के निर्माण का काम शुरू कराया था। ग्राम पंचायत चुनाव के पूर्व बचे हुए कार्यो को पूर्ण कराने के लिए शासन दूसरी किस्त भी जारी कर दी है। बजट में सर्वाधिक 52.63 करोड़ रुपये गोरखपुर को मिले हैं। सबसे कम धनराशि कुशीनगर एवं देवरिया को मिली है। कुशीनगर को 46.77 करोड़ और देवरिया को 42.42 करोड़ मिले हैं। सीएम के गृह जनपद में अब तक 600 से अधिक सामुदायिक शौचालयों का लोकार्पण भी हो चुका है।

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स्कूल भी चमेंगे

जिलों को मिली धनराशि से प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प भी किया जा रहा है। विद्यालयों के भवन को सुदृढ़ करते हुए वहां डेस्क-बेंच एवं स्मार्ट क्लास की भी व्यवस्था करायी जा रही है। छात्रों को पीने के पानी के लिए आरओ की व्यवस्था की जा रही है। इस राशि से हैंडपंप रीबोर के काम भी किए जाएंगे, जिससे पीने के लिए लोगों को शुद्ध पानी मिल सकेगा।

रिपोर्ट-पूर्णिमा श्रीवास्तव

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