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Cricket Coaching in Lucknow: आईपीएल में बच्चे को खेलते देखने की चाहत, कुछ भी करने को तैयार पैरेंट्स
Cricket Coaching in Lucknow: पिछले कुछ दिनों में काफी पैरेंट्स ऐसे आए जिनकी डिमांड है कि उनके बच्चे को जल्द से जल्द इतना क्रिकेट सिखा दें कि वो आईपीएल खेलने लगे।
Lucknow News Today: आईपीएल के हालिया सीजन में जिस तरह युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। उसके बाद लखनऊ के क्रिकेट कोचिंग सेंटर्स (cricket coaching centers) पर पैरेंट्स की भीड़ लगा दी है। मजे की बात ये है कि ये पैरेंट्स चाहते हैं कि जल्द से जल्द उनका बच्चा क्रिकेट सीख के आईपीएल (IPL) खेलने लगे।
क्या है तमन्ना
क्रिकेट कोच नदीम खान (cricket coach nadeem khan) कहते हैं, पिछले कुछ दिनों में काफी पैरेंट्स ऐसे आए जिनकी डिमांड है कि उनके बच्चे को जल्द से जल्द इतना क्रिकेट सिखा दें कि वो आईपीएल खेलने लगे। अब उनको कौन समझाए कि ये कोई गाड़ी ड्राइविंग स्कूल नहीं कि अभी एडमिशन लीजिए और 15 दिन में आप गाडी लेकर निकल पड़े सड़क पर।
अजब गजब डिमांड
-नदीम कहते हैं उनके पास कई ऐसे पैरेंट्स आते हैं जो कहते हैं आईपीएल में किसी भी टीम में जुगाड़ लगा सकते हैं क्या? पैसे क्या लगेंगे वो बता दीजिये।
-अगले आईपीएल की आक्शन तक मेरा बेटा कितना सीख लेगा?
-आईपीएल की लखनऊ टीम में आपका कौन परिचित है?
-आईपीएल की तैयारी में कितना पैसा लगेगा?
-रोज कितने घंटे सिखने के बाद आईपीएल खेल सकते हैं?
मां बाप की चाहत आज क्रिकेट कोचिंग में एडमिशन अगले साल मिले आईपीएल में मौका
नदीम कहते हैं हर दिन ऐसे ऐसे सवाल सुनता हूं कि समझ नहीं आता क्या जबाब दूँ इन्हें। अब इनको क्या पता कितनी मेहनत का काम है क्रिकेट सीखना। उसके बाद अच्छा खेलना अपने को साबित करना।
कई पैरेंट्स को लगता है कि कुछ महीने किकेट सीख के आईपीएल में जाया जा सकता है। कई पैरेंट्स तो ऐसे आते हैं जिनको लगता है आईपीएल में पैसा और जुगाड़ चलता है। उसके दम पर वो बच्चे को खिला सकते हैं।
आक्शन में किसी टीम में रखवा दीजिये- पैरेंट्स करते हैं मांग
उन्होंने बताया कि कुछ तो सीधा आते हैं कहते हैं आप सिर्फ आक्शन में किसी टीम में रखवा दीजिये। प्लेइंग इलेवन (playing XI) में रहे या न रहे बच्चा पैसा तो मिल ही जाएगा। नदीम ने बताया एक बच्चा आता है उनके पास, जिसके पिता पुरे समय ग्राउंड पर होते हैं और बीच बीच में दखल देते हैं। कई बार समझा चुका हूं, ये बेटा है आपका कोई रोबोट नहीं। आलराउंडर कुछ ही खिलाडी होते हैं। ये बालिंग अच्छी करता है उसपर फोकस करने दीजिये। लेकिन उनको समझ नहीं आया। उन्हें किसी भी कीमत पर बच्चा आलराउंडर ही चाहिए।
आईपीएल की चकाचौंध
उन्होंने कहा बच्चे में अपने से चाहत होती है उसे क्या करना है। लेकिन आईपीएल की चकाचौंध ने मां बाप कि आँखों पर पर्दा डाल दिया है। और उनको किसी भी कीमत पर जल्द से जल्द अपना बच्चा आईपीएल में चाहिए। ये सोच बच्चे पर अनावश्यक दवाब डालती है। और वो सही से खेल नहीं पाता।