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Agra News: अयोध्या में सरयू हादसा, धार्मिक प्रवृत्ति का था परिवार, पड़ोसियों से कहा था- श्रीराम ने बुलाया है
अशोक गोयल को क्या पता था कि अयोध्या की यह धार्मिक यात्रा उनकी अंतिम यात्रा होगी।
Agra News: होता वही है जो नियति को मंजूर होता है। धर्म नगरी अयोध्या घूमने आए आगरा के सिकंदराबाद से शास्त्रीपुरम के ए ब्लॉक निवासी आढ़ती अशोक गोयल के साथ ऐसा ही हुआ। घर से बेटी, दामाद व पूरे परिवार के साथ धार्मिक यात्रा पर निकले अशोक गोयल को क्या पता था कि यह धार्मिक यात्रा उनकी अंतिम यात्रा होगी। उनके सामने उनके अपने काल के गाल में यूं समा जाएंगे। लेकिन नियति के सामने किसकी चली है। परिवार के साथ हुए इस हादसे पड़ोसी भी हैरान हैं। पड़ोसियों का कहना है कि अशोक गोयल का परिवार काफी धार्मिक प्रवृत्ति का था। वह अक्सर पूजा पाठ व धार्मिक दर्शन के लिए बाहर जाया करते थे।
गुरुवार शाम को दो गाड़ियों के साथ निकला था परिवार
अशोक गोयल के पड़ोसी सेवानिवृत्त सुखवीर सिंह के मुताबिक गोयल का परिवार गुरुवार को दो गाड़ियों में सवार होकर शाम सात बजे के करीब घर से निकला था। उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों में अशोक की पत्नी राजकुमारी, बेटे पंकज, ललित, बेटियां जूली उर्फ गीता, आरती, सीता, सिल्की उर्फ गौरी, दामाद सतीश, नाती और नातिन समेत 15 लोग धार्मिक यात्रा पर जाने की बात बोल कर निकले थे। पड़ोसी सुखवीर ने गोयल ने 4-5 दिन के तीर्थयात्रा पर जाने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि अयोध्या जाने की वह बात कह रहे थे। उन्होंने कि अयोध्या मे राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने से गोयल परिवार काफी खुश था। वह अक्सर कहाकरते थे भगवान श्रीराम का बुलाआ आया और जल्द ही उनके दर्शन करने जाना है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शाम 7 बजे के करीब पुलिस के पहुंचने के बाद लोगों को हादसे की जानकारी हो पाई। गोयल का बेट पदमेश और उसकी पत्नी घर के पास दूसरी दुकान में रहते हैं। हादसे की सूचना मिलने के बाद हर कोई परिवार का हाल जानने का बेताब है। गोयल के घर के बाहर कालोनी वासियों का हुजूम इकट्ठा हो गया है। वहीं हादसे के बाद से बेटा पदमेश सुधबुध खो बैठा है तो वहीं उसकी पत्नी बेहोश हो गई है। पड़ोस के लोग किसी तरह दोनों को संभाल रहे हैं।
अशोक गोयल परिवार के साथ हुए इस हादसे से पड़ोसी भी काफी आहत हैं। पड़ोसी वंदना का कहना है कि परिवार काफी सीधा साधा था। अशोक की पत्नी राजकुमारी का स्वभाव काफी अच्छा था। वह बाहर दिखने पर बातचीत जरूर करती थीं। पार्षद मंजू वार्ष्णेय का कहना है कि गोयल परिवार अक्सर मुझसे मिलने आता था। उनसे अक्सर हमारी बात होती रहती थी। उन्होंने कहा कि उनकी दिली ख्वाहिश थी कि आयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य जल्द से जल्द पूरा हो जाए।