TRENDING TAGS :
Bulandshahr Crime News: खुर्जा की बेटी का अंतिम संस्कार, ट्यूशन पढ़ने गई थी आई लाश
छात्रा अपने घर से पैदल खुर्जा ट्यूशन पढ़ने के लिए शिक्षक के यहां जा रही थी।
Bulandshahr Crime News: खुर्जा में ट्यूशन पढ़ने गयी 10वीं कक्षा की दलित छात्रा का अधिकारियों के आश्वासन के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। छात्रा के परिजनों की चार सूत्रीय मांगों से सरकार को अवगत कराने का आश्वासन दिया गया है। हालत यह है कि छात्रा की हत्या के बाद जहां एक तरफ गांव में सन्नाटा पसरा है वहीं बेटियां शिक्षा, सुरक्षा और न्याय की चीख चीखकर मांग कर रही हैं।
जानिये क्या था मामला
गुरुवार को खुर्जा देहात थाना क्षेत्र के गांव किर्रा में रहने वाली 16 वर्षीय दलित छात्रा अंजलि की गला दबाकर उस समय हत्या कर दी गई थी। छात्रा अपने घर से पैदल खुर्जा ट्यूशन पढ़ने के लिए शिक्षक के यहां जा रही थी। अंजलि कक्षा 10 में पढ़ती थी। छात्रा का शव किर्रा-खुर्जा संपर्क मार्ग पर मिलने के बाद गांव में कोहराम मच गया था।
आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस, अधिकारियों और फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मौके पर मिले एक प्रत्यक्षदर्शी से पूछताछ के बाद प्रत्यक्षदर्शी द्वारा बताए गए हुलिए जैसे एक संदिग्ध हत्यारोपी को हिरासत में ले लिया है, हालांकि अभी तक पकड़े गए संदिग्ध युवक से पूछताछ में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।
मांगों से शासन को अवगत कराने के बाद माने गुस्साये ग्रामीण
आज सुबह दलित छात्रा अंजलि का शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही गांव पहुंचा तो गांव में लोगों का गुस्सा भड़क उठा। ग्रामीण और मृतका के परिजन व गांव की बेटियां दरिंदे को गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाने, मृतक छात्रा के परिजनों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने, किर्रा- खुर्जा संपर्क मार्ग को दुरुस्त कराकर उस पर प्रकाश व्यवस्था कराने तथा गांव में बेटियों की शिक्षा के लिए एक इंटर कॉलेज की स्थापना करने की मांग करने लगे।
प्रदर्शनकारियों ने मांग पूरी होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से भी इंकार कर दिया यही नहीं शव ले जाने के प्रयास में जुटे पुलिस कर्मियों को भी बेटियों ने आगे बढ़कर रोक दिया। पुलिस से काफी देर तक जद्दोजहद होने के बाद मौके पर पहुंची खुर्जा की एसडीएम लवी त्रिपाठी ने गुस्साए ग्रामीणों और गांव की बेटियों को शांत किया और उनकी मांगों से शासन को अवगत कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद गुस्साये ग्रामीण शांत हो सके और मृतका के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
बेटियां मांग रही शिक्षा, सुरक्षा, न्याय
प्रदर्शन के दौरान गांव की ही बेटियां खुद को घर में सड़कों पर असुरक्षित बता रही थीं। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच कैमरे पर बेटियां कह रही थीं कि बेटियों को दरिंदगी भरी निगाह से देखा जाता है, गांव में स्कूल नहीं है, स्कूल जाते हैं तो दरिंदे बुरी निगाह से देखते हैं। घर बाहर स्कूल सब जगह बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। गांव की बेटियां सरकार से शिक्षा सुरक्षा के लिए न्याय की गुहार लगा रही थीं। बेटियों की दर्द भरी बातों को सुन हर कोई सिहर रहा था।