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OMG: बुलंदशहर की दीक्षा के पास है दिव्य दृष्टि! बंद आंखों से करती हर काम, जानकर रह जाएंगे दंग

Bulandshahr News: दीक्षा चौधरी आंख पर काली पट्टी बंधकर बाइक चलाती है, अखबार भी पढ़ती है, लोगों के कपड़ो के रंग को बता देती है।

Sandeep Tayal
Written By Sandeep TayalPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 18 Aug 2021 3:17 AM GMT
Diksha reading newspaper with closed eyes
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बंद आँखों से अखबार पढ़ती दीक्षा pic(social media)

Bulandshahr News: बुलंदशहर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको सुनकर हर काई हैरान है। जयपुर की रहने वाली दीक्षा यहाँ अपने मामा घर आयी हुई है। दीक्षा को बंद आंखें से सबकुछ दिखाई देता है। पूरी खबर पढ़ कर आप हैरान रह जाएंगे-

महाभारत काल में धृतराष्ट्र को संजय ने युद्ध का दिव्य दृष्टि के चलते दृष्टांत सुनाया था, संजय से मिलती-जुलती 12वीं की छात्रा दीक्षा भी दिव्य दृष्टि रखती है जो संजय की तरह दूर का तो नहीं देख सकती, मगर आंख पर पट्टी बांधकर वो सब कुछ कर सकती है जो आंखों वाले करते है, जी हाँ ये हकीकत है। बुलंदशहर के शिकारपुर कोतवाली गांव कुतुबपुर में जन्मी फौजी देवेंद्र सिंह की पुत्री दीक्षा इन दिनों खंदोई गांव में अपने मामा देवेंद्र सिंह के घर आयी हुई है। देवेंद्र सिंह जयपुर में तैनात हैं और दीक्षा जयपुर के मिलिट्री स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ती है।

आँखों पर पट्टी बांध कर Bike चलाते हुए pic(social media)

आंखों पर पट्टी बांध पढ़ने लिखने के साथ चलाती है बाइक

दीक्षा चौधरी आंख पर काली पट्टी बंधकर बाइक चलाती है, अखबार भी पढ़ती है, लोगांे के कपड़ो के रंग को बता देती है। जानकारों और रिश्तेदारों के नाम भी बताती है, किताबे पढ़ सकती है, लिख सकती है, वो भी आंखों पर काली पट्टी बांधकर। बिल्कुल ऐसे जैसा आंखों वाला इंसान देख सकता है, दीक्षा बिन आंखों के सब कुछ देखकर बता सकती है।

इसी चमत्कार को देखने हमारी टीम दीक्षा चौधरी से बुलन्दशहर के गाँव खन्दोई पहुंची और दीक्षा से न सिर्फ बात की बल्कि दीक्षा के चमत्कारिक कारनामों को देख हम भी दंग रह गये। दीक्षा ने आंखों पर कैमरे के सामने काली पट्टी बांधी। फिर अखबार, किताब, कापी जो हमने दिया पढ़कर सुनाया। अपने मामा के घर की गली में बाइक भी चलाई।

बंद आँखों से सब कर सकती है दीक्षा pic(social media)

कोई ईश्वर की देन तो काई चमत्कार मानता है

इस सब को लेकर दीक्षा चौधरी ने बताया कि जब वह कक्षा 8 में पढ़ती थी तब उनको बन्द आंखों से टीवी दिखाई दिया। शुरुआत में किसी को यकीन नहीं हुआ लेकिन चमत्कार को देख हर कोई सन्न था, बाद में यह सब आम हो गया। दीक्षा के मुताबिक ये दिव्य दृष्टि की विशेषता कुदरत की देन है। इसके लिए न तो कभी उसने कोई ट्रेनिंग की और न ही कोई किसी तरह का कोर्स ही किया। लोगों के मुताबिक दीक्षा पर या तो भगवान की कृपा है या कोई चमत्कार।

दीक्षा की दिव्य दृष्टि को जान परिजन भी रह गये थे सन्न

दीक्षा की माँ अनीता चौधरी ने बताया कि 3 साल पहले रात के समय चादर ओढ़ कर दीक्षा सो रही थी। उसके पापा टीवी देख रहे थे कि अचानक मुंह पर चादर ढके होने के बावजूद दीक्षा कहने लगी के पापा मैं टीवी देख सकती हूं। दीक्षा की बात सुनकर हर कोई सन्न रह गया। दीक्षा ने बातों-बातों में उन्हें कई सौ किलोमीटर दूर मौजूद अपनी दादी मां के बारे में जानकारी दी। वह घर पर क्या कर रहे हैं और जब फोन कर उन्होंने पूछा तो वह दीक्षा की बात की हकीकत जान जानकर सन्न रह गए। उसके बाद दीक्षा के पिता ने उसे आंखों पर पट्टी बांधने से रोक दिया था। और लोगों को इसकी जानकारी देने से भी मना किया था मगर अनीता उसकी इस विशेषता को प्रोत्साहित करती रही। हालांकि हमारी टीम के कहने पर दीक्षा ने दूर का देखकर बताने में तो अक्षमता जता दी मगर आंखों के दायरे में आ रही हर वह चीज आंख पर पट्टी बांधकर पढ़ी और बता दी जिसे आंखों वाला देख सकता है।

Pallavi Srivastava

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