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Bulandshahr News: सीओ से फिर इंस्पेक्टर बनाए गए सुधीर त्यागी, झूठा शपथ पत्र देकर पाई थी पदोन्नति
Bulandshahr News In Hindi: शासन के आदेश पर अपर पुलिस अधीक्षक देहात ने सीईओ बने सुधीर कुमार त्यागी के खिलाफ कोतवाली नगर बुलंदशहर (Bulandshahr) में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
Bulandshahr News In Hindi: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुधीर कुमार त्यागी (Sudhir Kumar Tyagi) पर पदोन्नति पाने के लिए फर्जी शपथ पत्र (Fake Affidavit) देकर सीओ बनने का मामला प्रकाश में आया है। शासन के आदेश पर अपर पुलिस अधीक्षक देहात ने सीईओ बने सुधीर कुमार त्यागी के खिलाफ कोतवाली नगर बुलंदशहर (Bulandshahr) में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हालांकि सूत्र की मानें तो मामले को शासन ने संज्ञान में लिया और अब पदोन्नति पाकर सीओ बने इंस्पेक्टर सुधीर कुमार त्यागी को वापस सीओ से इंस्पेक्टर बनाया गया है और सीओ का रैंक वापस ले लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, साल 1999 में इंस्पेक्टर पद पर रहने के दौरान आगरा में सुधीर कुमार त्यागी के खिलाफ एक मामला दर्ज हुआ था जो लंबित चल रहा है, लेकिन पदोन्नति के लिए दिए गए शपथ पत्र में लंबित मुकदमे का उल्लेख नहीं किया गया। मामला प्रकाश में आने के बाद अब एसपी देहात बजरंगबली चौरसिया ने नगर कोतवाली बुलंदशहर में सीओ सुधीर कुमार त्यागी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
2021 में बनाए गए थे सीओ
अक्तूबर 2021 में निरीक्षक सुधीर कुमार त्यागी को शासन ने सीओ पद पर पदोन्नत किया था। पदोन्नति के लिए शासन की ओर से सुधीर कुमार त्यागी से एक शपथ पत्र मांगा था, जिसमें पूछा गया था कि उनके खिलाफ कोई मुकदमा लंबित तो नहीं है। इसके बाद सुधीर त्यागी की ओर से शपथ पत्र दिया गया और कहा कि उनके खिलाफ कोई मुकदमा विचाराधीन नहीं है। जिसके चलते सुधीर त्यागी की पदोन्नति करते हुए उन्हें सीओ बना दिया गया। जब शासन स्तर से जांच कराई गई तो मामले में पता चला कि वर्ष 1999 में आगरा के थाना रकाबगंज में एक मुकदमा दर्ज हुआ था।
इस मामले में एसपी देहात बजरंग बली चौरसिया ने जांच की तो प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। जिसके बाद अब नगर कोतवाली में सुधीर कुमार त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी देहात की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में कहा गया है कि सुधीर कुमार त्यागी वर्तमान में पुलिस उपाधीक्षक निवासी मुजफ्फरनगर ने तथ्यों को छिपाकर तथा झूठा शपथ पत्र विभाग को दिया और पदोन्नति हासिल की।
क्या था मामला?
अपर पुलिस अधीक्षक देहात बजरंगबली चौरसिया ने बताया कि सुधीर त्यागी के विरुद्ध आगरा जनपद के एक थाने में गैर इरादतन हत्या समेत 13 धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि उस दौरान इनका नाम विवेचना में सामने आया या पहले से ही नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस पर भी जांच कराई जा रही है। सुधीर त्यागी पर पदोन्नति पानेे के लिये दाखिल शपथ पत्र में कोई भी मुकदमा लंबित न होने का उल्लेख किया गया है, जो प्रारंभिक जाच में असत्य पाया है।
सुधीर त्यागी ने 1988 में जॉइन की यूपीपी
सुधीर त्यागी मूल रूप से मुजफ्फरनगर के निवासी है। सुधीर त्यागी ने वर्ष 1989 में पुलिस फोर्स ज्वाइन की थी। इसके बाद वह विभिन्न पदों पर कई जिलों में तैनात रहे। करीब ढाई वर्ष पहले उन्हें बुलंदशहर में तैनाती मिली थी। इस दौरान वह कोतवाली देहात प्रभारी रहने के साथ ही दो बार एसओजी के प्रभारी भी रहे। करीब एक माह पूर्व शासन ने उन्हें इंस्पेक्टर से सीओ के पद पर पदोन्नत किया था।
पुलिस प्रमोशन फर्जीवाड़े में बड़ी कार्रवाई!
जानकारी के अनुसार, यूपी के डीजीपी ने फर्जी शपथ पत्र देकर पदोन्नति पाने के मामले का संज्ञान लिया है। इंस्पेक्टर सुधीर त्यागी द्वारा झूठा शपथ पत्र देने पर शासन ने तत्काल प्रमोशन आदेश निरस्त कर दिया है। और एक बार फिर सीओ के पद से वापस इंस्पेक्टर बना दिया गया है।
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