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Bulandshahr: मंगलवार रालोद के लिये बना मंगलकारी, भाजपा-बसपा के लिये रहा अमंगलकारी

Bulandshahr: यूपी के बुलंदशहर में मंगलवार का दिन आज रालोद के लिए मंगलकारी साबित हुआ। आज जहां भाजपा छोड़कर पूर्व राज्य मंत्री प्रोफेसर किरण पाल सिंह ने रालोद का दामन थाम लिया।

Sandeep Tayal
Report Sandeep TayalPublished By Deepak Kumar
Published on: 21 Dec 2021 11:11 PM IST (Updated on: 10 Jan 2022 1:18 AM IST)
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Bulandshahr: मंगलवार रालोद के लिये बना मंगलकारी। 

Bulandshahr: यूपी के बुलंदशहर में मंगलवार का दिन आज रालोद के लिए मंगलकारी साबित हुआ। आज जहां भाजपा छोड़कर पूर्व राज्य मंत्री प्रोफेसर किरण पाल सिंह (Former Minister Professor Kiran Pal Singh) ने रालोद (RLD) का दामन थाम लिया। वहीं, अनूपशहर विधानसभा क्षेत्र (Anupshahr Assembly Constituency) के बसपा के बूथ व सेक्टर अध्यक्षों सहित लगभग 100 से अधिक बसपा कार्यकर्ताओं ने बसपा (BSP) को छोड़कर रालोद का दामन थाम लिया। जिन्हें पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह (Former MLA Gajendra Singh) ने नीली टोपी उतार हरी टोपी पहनाई और रालोद की सदस्यता ग्रहण कराई ।


जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे अब दल बदलने का खेल भी शुरू हो गया है, नेता अपने प्रभाव कनलोगों को अपने दल में लाने में जुटे है तो कुछ नेता अपने लिये जमीन तलाशने में जुट गए है। आज मंगलवार का दिन जहां बुलंदशहर में रालोद (RLD in Bulandshahr) के लिए मंगलकारी साबित हुआ है वहीं भाजपा के जाट नेता प्रोफेसर किरण पाल सिंह (Former Minister of State Professor Kiran Pal Singh) के भाजपा को छोड़ने तथा अनूपशहर विधानसभा क्षेत्र के बसपा के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं का बसपा छोड़ने से भाजपा और बसपा के लिए बुलंदशहर में आज मंगल का दिन अमंगलकारी रहा।


प्रो.किरणपाल सिंह भाजपा छोड़ रालोद में हुए शामिल

राजनीतिक मौसम को देख दल बदलने वाले पूर्व मंत्री प्रोफेसर किरण पाल सिंह (Former Minister of State Professor Kiran Pal Singh) ने एक बार फिर अपना दल बदल लिया। दरअसल गत वर्ष प्रोफेसर किरण पाल सिंह (Former Minister of State Professor Kiran Pal Singh) समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को छोड़ योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन अचानक बदले जनपद बुलंदशहर के राजनीतिक हालातों को देख प्रोफेसर किरण पाल सिंह (Former Minister of State Professor Kiran Pal Singh) ने भी भाजपा से किनारा कर लिया और भाजपा का दामन छोड़ आज दिल्ली में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी (RLD President Jayant Choudhary) की मौजूदगी में कुंवर प्रवीण तेवतिया के साथ जाकर राष्ट्रीय लोक दल (Rashtriya Lok Dal) की सदस्यता ग्रहण कर फूल को छोड़ नल पकड़ ली। पूर्व मंत्री प्रो किरण पाल सिंह (Former Minister Prof. Kiran Pal Singh) की इलाके के जाटों पर अच्छी पकड़ है। किरण पाल सिंह (Former Minister Prof. Kiran Pal Singh) ने देर शाम को बुलंदशहर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण किया और उन्हें नमन किया, तदोपरांत अपने घर पहुंचे, जहां पहले से एकत्र रालोद कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर किरण पाल सिंह (Former Minister Prof. Kiran Pal Singh) का रालोद का दामन थामने पर स्वागत किया।


अनूपशहर के बसपा के अनेक बूथ-सेक्टर अध्यक्षों ने रालोद जॉइन की

अनूपशहर के पूर्व विधायक गजेंद्र चौधरी (Anupshahr former MLA Gajendra Chaudhary) बसपा से विधायक थे जिन्होंने इसी महा बसपा का दामन छोड़ रालोद का दामन थाम लिया था आज पूर्व विधायक गजेंद्र चौधरी (Anupshahr former MLA Gajendra Chaudhary) के आवास पर अनूपशहर विधानसभा क्षेत्र (Anupshahr Assembly Constituency) के 100 से अधिक बसपा के बूथ व सेक्टर अध्यक्ष सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने आज बसपा छोड़ दी और रालोद की सदस्यता ग्रहण कर ली। बाकायदा रालोद में आये पूर्व विधायक गजेंद्र चौधरी (Anupshahr former MLA Gajendra Chaudhary) ने बसपा कार्यकर्ताओं के सिर से नीली टोपी उतार उन्हें हरी टोपी पहनाई और नल का हत्था पकड़ने के बाद रालोद ज्वाइन करने वाले बसपा समर्थक चौधरी चरण सिंह, चौधरी अजीत सिंह और जयंत चौधरी के नारे लगाते नजर आए।


जयंत-अखिलेश की जोड़ी यूपी में लिखेगी नई राजनीतिक इबारत... गजेंद्र चौधरी

100 से अधिक बसपा कार्यकर्ताओं को रालोद ज्वाइन कराने के बाद रालोद नेता गजेंद्र चौधरी (RLD leader Gajendra Chaudhary) ने कहा चौधरी ने कहा कि रालोद और सपा का गठबंधन इस बार विधानसभा चुनावों में नई इबारत लिखेगा। उन्होंने कहा कि किसानों, दलितों शोषितों, पीड़ितों, व्यापारियों एवं शिक्षित युवा बेरोजगारों की लड़ाई सिर्फ सपा रालोद गठबंधन ही लड़ सकता है। उन्हें यथोचित सम्मान दिला सकता है। वर्तमान सरकार रोजगार के नाम पर छलावा कर रही है, बेरोजगार परेशान हैं, कारोबार प्रभावित हो रहे हैं, अपराधिक प्रवृत्ति के नेताओं को संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार जयंत और अखिलेश की जोड़ी प्रदेश में नई राजनीति की ईबारात लिखेगी और मुद्दे छोड़ जाति, धर्म की राजनीति करने वालो को हटाने का काम करेगी।

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Deepak Kumar

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