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Bulandshahr News : रिटायर्ड फौजी की हत्या, रास्ते के विवाद में हुई वारदात, परिजनों ने NH- 91 पर शव रखकर लगाया जाम
सेवानिवृत्त फौजी विजयपाल सिंह का गांव के ही सल्लू व उसके परिजनों से विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया कि सल्लू के परिजनों ने रिटायर्ड फौजी व उसके परिजनों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
Bulandshahr News : चोला थाना क्षेत्र में रास्ते के विवाद की रंजिश को लेकर रिटायर्ड फौजी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी, जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 91 पर शव रख जाम लगा प्रदर्शन किया। करीब डेढ़ घंटे तक लगे जाम के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी कराने का आश्वासन दे कर किसी तरह जाम खुलवाया।
बुलंदशहर जनपद के चोला थाना क्षेत्र के गांव पचौता निवासी सेवानिवृत्त फौजी विजयपाल सिंह की 17 सितंबर को गांव के ही सल्लू व उसके परिजनों से विवाद हो गया था। आरोप है कि विवाद इतना बढ़ गया कि सल्लू के परिजनों ने रिटायर्ड फौजी व उसके परिजनों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। रिटायर्ड फौजी को इतना पीटा कि वह लहूलुहान हो गया। चोला थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि घायल रिटायर्ड फौजी को जिला अस्पताल भेज दिया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत के चलते यशोदा अस्पताल गाजियाबाद में भर्ती कराया गया और देर रात रिटायर्ड फौजी की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक फौजी की पत्नी व भाई भी हमले में घायल बताए जाते हैं। रविवार को फौजी के शव को लेकर परिजन व ग्रामीण एनएच 91 पर पहुंचे और शव को सड़क पर रख जाम लगा प्रदर्शन करने लगे । मृतक फौजी के परिजन हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंची इलाका पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, तब जाकर बमुश्किल जाम खुल सका। चोला थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि रिटायर्ड फौजी विजयपाल के भाई भीष्म ने गांव के ही सल्लू उसकी पत्नी सुमन व तीन पुत्रों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
रास्ते के विवाद में हत्या
मामले की जानकारी पाकर सीओ सिकंदराबाद, एसपी सिटी व आसपास के थानों का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया है, बताया जाता है कि मृतक फौजी के मकान के रास्ते के आगे किए हुए अतिक्रमण को हटाने में पुलिस प्रशासन लगा है, जिसको लेकर विवाद था। मृतक के परिजनों ने बताया कि कि मकान के बाहर रास्ते पर अतिक्रमण किए जाने की कई बार शिकायत की गई मगर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी और रास्ते का विवाद जानलेवा साबित हुआ।