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Mahoba News: स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलती एंबुलेंस व्यवस्था, CMO को भी नहीं है इस बात की जानकारी

एंबुलेंस की खस्ताहाल से सरकारी हास्पिटल के सीएमओ अनजान है। एंबुलेंस की एसी लगभग छह महीनों से खराब चल रही है।

Imran Khan
Report Imran KhanPublished By Deepak Raj
Published on: 19 July 2021 11:53 AM GMT (Updated on: 19 July 2021 1:57 PM GMT)
District Hospital Mahoba
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जिला अस्पताल महोबा

Mahoba News: भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिती ऐसी हीं चिंताजनक बताई जा रही है और दूसरे में जो भी व्यवस्था है उसका भी ठीक ढंग से काम नहीं करना स्थिती को और भायवह और विकराल बना सकता है। देश में डाक्टरों की कमी के साथ-साथ अस्पतालों की कमी लगातार देखी जा रही है। गरीब लोगों को इलाज ठीक ढंग से नहीं हो पाता है, लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ देते हैं।

छह महीने से सरकारी एंबुलेंस है खराब


एम्बुलेंस की खराब पड़ी एसी


उनके पास लाखों रुपए नहीं होते हैं जिससे वह बड़े प्राइवेट हॅास्पिटल में अपना इलाज करा सकें। इसी तरह यूपी के महोबा से खबर आ रही है जहां छह महीने से सरकारी एंबुलेंस की एसी खराब है लेकिन स्थानीय आस्पताल प्रशासन इसकों ठीक कराने की जहमत नहीं उठा रहा है। मरीजों को ले जाने के लिए एसी का होना अनिवार्य होता है बिना एसी के उसमें मरीजों का दम घुटने लगता है।


सरकारी एंबुलेंस की हालत बद से बदतर बनी हुई है


जिला अस्पताल में खड़ी एंबुलेंस


आपको बता दें की महोबा जिले में आम आदमी की जीवनदायिनी सरकारी एंबुलेंस की हालत बद से बदतर बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते गंभीर अवस्था में रेफर मरीजों को इस उमस भरी गर्मी में बिना AC के ही एंबुलेंस गाड़ियों में यात्रा करनी पड़ रही है। खास बात यह है की सरकारी एंबुलेंस हो की जर्जर स्थिति के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मामले की भनक तक नहीं है ।

कार्यदाई संस्था द्वारा 30 एंबुलेंस अपनी सेवाएं दे रही है

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आम जनमानस की जिंदगी को जीवन दान देने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में लगाई गई सरकारी एंबुलेंस लोगों को नया जीवन देने का काम कर रही हैं इसी के तहत महोबा जिले में शासन के निर्देश पर कार्यदाई संस्था द्वारा 30 एंबुलेंस अपनी सेवाएं दे रही है। मगर करीब 06 माह से अधिकांश एम्बुलेंस में मरीजों के लिए AC की व्यवस्था नहीं है।


बिना AC के ही कानपुर और झांसी के लिए यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है

हालत यह है कि गंभीर मरीजों को इस भीषण उमस भरी गर्मी में बिना AC के ही कानपुर और झांसी के लिए यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। फिलहाल जब इस मामले में जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने मामले से खुद को अंजान बताकर शासन को पत्राचार कर व्यवस्था ठीक कराने की बात कही है। साथ ही कहा की 102,108 एम्बुलेंसों को लखनऊ स्तर से एक कार्यदाई संस्था के द्वारा चलवाया जा रहा है ।

Deepak Raj

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