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Meerut: प्रियंका गांधी की 29 सितंबर की जनसभा बनी कांग्रेसी टिकट पाने का पैमाना, उम्मीदवारों के आवेदन की बढ़ी तारीख

Meerut : कांग्रेस पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी वक्त से मजबूती के लिए जोर आजमाइश कर रही हैं। ऐसे में टिकट के लिए दावेदारी का पहला पैमाना प्रियंका वाड्रा की जनसभा में भीड़ जुटाना होगा।

Sushil Kumar
Report Sushil KumarPublished By Vidushi Mishra
Published on: 24 Sep 2021 1:05 PM GMT (Updated on: 24 Sep 2021 1:18 PM GMT)
UP Election 2022: यूपी में अब कांग्रेस को प्रियंका का ही सहारा, किसी भी दल से गठबंधन नहीं, सभी सीटों पर लड़ेगी पार्टी
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डिजाइन फोटो- न्यूजट्रैक 

Meerut : कांग्रेस टिकट के लिए दावेदारी का पहला पैमाना प्रियंका वाड्रा की जनसभा में भीड़ जुटाना होगा। जो दावेदार जनसभा में अपने क्षेत्र के लोंगो की जितनी अधिक भीड़ जुटाएगा, पार्टी नेतृत्व टिकट के लिए उसी उम्मीदवार को प्राथमिकता देगा। यही वजह है कि ‌कांग्रेस के टिकट के दावेदार अपने पूरे जोशो-खरोश के साथ गांव-गांव गली-मोहल्लों में जनसभा की कामयाबी के लिए जनसम्पर्क करने में दिन-रात जुटे हैं।

बताया जा रहा है कि इसी पैमाने के चलते आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों के आवेदन जमा करने तिथि मेरठ में बढ़ा कर 10 अक्टूबर कर दी गई है। अभी आवेदन पत्र जमा करने की समय सीमा पहले 25 सितंबर तक रखी गयी थी।

29 सितंबर की जनसभा

पार्टी ने सभी इच्छुक आवेदकों को 11 हजार रुपए की सहयोग राशि के साथ आवेदन पार्टी कार्यालय में जमा करवाने के निर्देश दिए थे। कांग्रेस प्रवक्ता हरिकिशन अम्बेडकर के अनुसार यह निर्णय कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की भैसाली मैदान में प्रस्तावित 29 सितंबर की जनसभा को देखते हुए लिया गया है।

दरअसल, जैसे दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है वैसे ही उत्तर प्रदेश का रास्ता पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। इसी सोच के साथ कांग्रेस प्रियंका गांधी की 29 सितम्बर की मेरठ जनसभा से उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है।


बता दें कि कांग्रेस पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी वक्त से मजबूती के लिए जोर आजमाइश कर रही हैं।कांग्रेस ने सहारनपुर की जातीय हिंसा, किसान आंदोलन, सीएनआरसी को लेकर हुई हिंसा में मारे गए लोगों के घर जाकर सांत्वना देने, ज्वलंत मुद्दों के लेकर सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने में सक्रिय रही है।

बाकी सभी दल भी किसान आंदोलन के चलते सारा फोकस पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर लगाए है। माना जा रहा है कि 29 सितंबर की जनसभा में कांग्रेस अपनी ताकत दिखाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को साधने का काम करेगी।

कांग्रेस की ताकत का एहसास

किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़,बागपत, बुलंदशहर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनोर, संभल, गौतमबुद्ध नगर आदि जिलों में जिस तरह भाजपा कमजोर पड़ती दिखाई दी है । उसका फायदा कांग्रेस उठाना चाहती है।

यही वजह है कि कांग्रेस का पूरा प्रयास प्रियंका गांधी की मेरठ में होने जा रही जनसभा में भारी भीड़ जुटा कर गैर भाजपाइयों को कांग्रेस की ताकत का एहसास कराना है, जो कि कांग्रेस को लड़ाई के मैदान में बेहद कमजोर आंक रहे हैं।

यही वजह है कि कांग्रेस के सभी छोटे-बड़े नेता जनसभा की कामयाबी के लिए गांव-गांव जा रहे हैं। गत दिनों प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू मेरठ आये थे। जनसभा में भीड़ जुटाने के निर्देश दे गए हैं। बता दें कि इसी दिन से उत्तर प्रदेश में 18000 किलोमीटर लंबी संकल्प यात्राएं निकाली जाएंगी।

Vidushi Mishra

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