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Meerut News: कृषि कानूनों पर सूर्य प्रताप शाही का बड़ा बयान, कुछ लोग जानबूझकर कर रहे हैं गुमराह

कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कुछ लोग कृषि कानून को लेकर जानबूझकर गुमराह कर रहे हैं।

Sushil Kumar
Published on: 31 Aug 2021 3:21 PM GMT
Surya Pratap Shahi
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कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही (फोटो-न्यूजट्रैक)

Meerut News: कृषि विश्वविद्यालय में यूपी कैटेट का रिजल्ट जारी करने पहुंचे प्रदेश के कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कृषि कानून को लेकर कूछ लोग विरोध कर रहे हैं। जो वास्तव में किसान नहीं हैं, यह कानून पूरी तरह से किसानों के हित में हैं। किसान आंदोलन व कृषि कानून पर स्थानीय संवाददाताओं के साथ बातचीत में कृषि शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ लोग कृषि कानून को लेकर जानबूझकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने दावा कि कि प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद कृषि क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। इस दौरान किसानों की आय भी बढ़ी है।

कृषि शिक्षा मंत्री ने कहा कि कृषि कानून के बनने से कोई एमएसपी खत्म नहीं हो रहा है, न किसी किसान का खेत गिरवी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष बताए कि डेढ़ साल में किसी किसान का खेत गिरवी रखा गया। कुछ लोग भ्रामक तत्वों के आधार पर इस संबंध में भ्रम फैला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सपा और बसपा की सरकार में जो गेहूं की खरीद की जाती थी, योगी सरकार में उससे आठ गुना ज्यादा गेहूं को खरीदा गया है। सपा सरकार में सात लाख मिट्रिक टन गेहूं की खरीद 2016-17 में की गई थी, जबकि आज उससे आठ गुना ज्यादा 56 लाख मिट्रिक टन गेहूं की खरीद भाजपा सरकार में की गई है। कृषि शिक्षा मंत्री ने कहा कि कृषि कानून इसलिए बनाया गया है कि जिससे किसान बिचौलियों से निकल कर बाहर आ सके उसे सीधा पैसा मिल सके। कानून के बनने से न एमएसपी खत्म होगी न किसी के खेत गिरवी रखे जाएंगे। अब तक प्रदेश सरकार ने 1, 45, 000 करोड़ रुपए से ज्यादा का गन्ने का भुगतान कर दिया है।

कृषि मंत्री ने कृषि शिक्षा में लड़कियों की सहभागिता बढ़ने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कृषि शिक्षा में लड़कियां भी आ रही हैं। इस क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, तकनीक विज्ञान की मदद से किसानों तक कई नई जानकारी भी पहुंचाई जा रही हैं। उन्‍होंने सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि मेरठ की ओर से आयोजित यूपी कैटेट की परीक्षा का परिणाम भी जारी किया। गौरतलब है कि प्रदेश के 45 केंद्रों पर यह परीक्षा हुई थी।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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