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Meerut News: मेरठ में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों का हाल, बजट का मात्र 22 फीसदी ही खर्च

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों को लेकर संबंधित विभागीय अमला कितना गंभीर है। मेरठ जिले में पिछले करीब आठ महीने में विभाग बजट का 22 फीसदी ही खर्च हो सका है। हाल यह है कि परियोजना निदेशक की ओर से जारी सूची में मेरठ जिला 24वें पायदान पर है।

Sushil Kumar
Report Sushil KumarPublished By Deepak Kumar
Published on: 30 Dec 2021 2:31 PM GMT
Meerut News In Hindi
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कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय। 

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले (Meerut District) में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों (Kasturba Gandhi Residential School) को लेकर संबंधित विभागीय अमला कितना गंभीर है। इसका बात का पता इसी बात से चलते है कि मेरठ जिले (Meerut District) में पिछले करीब आठ महीने में विभाग बजट का 22 फीसदी ही खर्च हो सका है। हाल यह है कि परियोजना निदेशक (project Director) की ओर से जारी सूची में मेरठ जिला 24वें पायदान पर है।

प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों पर हर साल खर्च किया जाता है करोड़ों रुपए का बजट

बेसिक शिक्षा विभाग (Basic education department) के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों पर हर साल करोड़ों रुपए का बजट सरकार द्वारा खर्च किया जाता है। ताकि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल सके और योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो सके। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय (Kasturba Gandhi Residential School) भी शासन की प्राथमिक में शामिल रहते हैं। जिले में पांच कस्तूरबा विद्यालय (Kasturba Gandhi Residential School) संचालित है। इसमें नामांकित 5 सौ छात्राओं के लिए आवर्तक और अनावर्तक मद में लगभग 2 करोड़ 6 लाख 37 हजार का बजट जारी हुआ था। विभागीय सूत्रों के अनुसार जिले में मात्र 45 लाख, 91हजार रुपये ही खर्च हो पाए हैं। आठ महीने में विभाग ने 22.6 प्रतिशत राशि ही खर्च की है। मेरठ के अलावा पश्चिमी यूपी (Western UP) का बिजनौर (bijnor) सबसे फिसड्डी हैं, यहां लगभग नौ फीसदी बजट खर्च किया गया है।

इस बारे में सवाल करने पर बालिका शिक्षा, बेसिक शिक्षा विभाग जिला समन्वयक मयंक मिश्रा (Basic Education Department District Coordinator Mayank Mishra) ज्यादा कुछ ना कहते इसकी वजह सितंबर, अक्टूबर और नवंबर का मानदेय व अन्य भुगतान रुका होने की बताते हैं। उन्होंने बताया कि इन्हें पूरा कराया जा रहा है। केजीबीवी (KGBV) ने छात्राओं के लिए आवर्तक मद के तहत मानदेय व अन्य गतिविधियों के लिए बजट दिया जाता है। अनावर्तक मद में बाउंड्री वॉल, रिपेयर, बेडिंग रिप्लेसमेंट, गार्ड रूम आदि के लिए धनराशि दी जाती है। छात्राओं को अध्यापन के साथ आवास, भोजन, दैनिक उपभोग की वस्तुएं, शिक्षण सामग्री, चिकित्सा आदि सभी सुविधाएं भी यहां निशुल्क प्रदान की जाती है।

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Deepak Kumar

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