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Meerut News: जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल से ओपीडी सेवा हुई ठप, मरीज हो रहे परेशान

Meerut Today News: मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरसी गुप्ता की मानें तो जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का असर मरीजों के इलाज पर नहीं पड़ने दिया जा रहा है।

Sushil Kumar
Report Sushil KumarPublished By Shweta
Published on: 27 Nov 2021 2:49 PM IST
LLRM Medical College
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एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज (फोटोः सोशल मीडिया)

Meerut Today News: नीट पीजी काउंसलिंग (neet pg counseling) कराने की मांग को लेकर एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज (Meerut LLRM Medical College) में जूनियर डॉक्टर्स आज भी हड़ताल पर है। आज सुबह सुबह नौ बजे से ही जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। नीट काउंसिलिंग में देरी होने की वजह से आक्रोशित जूनियर डॉक्टर्स ने जमकर नारेबाजी की। वहीं सीनियर डाक्टर्स व्यवस्था बनाने में जुटे हैं। जूनियर डॉक्टर्स (Meerut Medical College junior doctors on strike) की स्थानीय यूनियन के अनुसार मेरठ के अलावा लखनऊ, आगरा, कानपुर, वाराणसी और गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर (Meerut LLRM Medical College ke unior doctors hadkamp per) भी नीट पीजी काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर हड़ताल पर है।यूनियन के अनुसार हड़ताल के दौरान वार्ड में जो मरीज भर्ती हैं उनका इलाज होता रहेगा। इसके साथ ही इमरजेंसी में आए मरीजों का भी उपचार किया जाएगा।

मेडिकल कॉलेज (Meerut Medical College) के प्रिंसिपल डॉ आरसी गुप्ता (LLRM Medical College Principal Dr RC Gupta) की मानें तो जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का असर मरीजों के इलाज पर नहीं पड़ने दिया जा रहा है। सभी कंसल्टेंट्स और दूसरे सीनियर डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई गई है। वह खुद भी सुबह से इमरजेंसी, ओपीडी सेवाओं का राउंड ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर को समझाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। इस सम्बंध में शासन को भी सूचित कर दिया गया है।

हालांकि मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरसी गुप्ता के इस कथन कि जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का असर मरीजों के इलाज पर नहीं पड़ने दिया जा रहा है के उलट पहले ही स्टाफ की कमी से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की इस हड़ताल की वजह से मेडिकल कॉलेज में मरीजों के इलाज की व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित दिखी। मरीज इलाज के लिए मेडिकल अस्पताल (LLRM Medical College Meerut) परिसर में इधर-उधर भटकते देखे गये।

यूनियन के अनुसार जूनियर डॉक्टर्स की मांग नीट पीजी काउंसलिंग को लेकर है। नीट पीजी की परीक्षा जनवरी, 2021 में और काउंसिलिंग मई, 2021 में होनी थी. जून में जूनियर डॉक्टर प्रथम वर्ष में प्रवेश लेते लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। पहले कोरोना और फिर सुप्रीम कोर्ट में ओबीसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के आरक्षण का मामला पहुंचने से नीट पीजी 2021 की काउंसिलिंग अब तक नहीं हुई। अब सुप्रीम कोर्ट में अगले साल 6 जनवरी को सुनवाई होनी है।

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