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Lok Sabha Election 2019: बसपा प्रत्याशी याकूब कुरैशी की याचिका खारिज, भाजपा ने कहा सत्य की हुई विजय, जानें क्या था मामला
Lok Sabha Election 2019: बसपा नेता और मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे हाजी याकूब कुरैशी (Haji Yakub Qureshi) की मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट का चुनाव निरस्त कराने को लेकर हाईकोर्ट (High Court) में दायर रिट याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है।
Meerut News: बसपा नेता और मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट (Meerut-Hapur Lok Sabha seat) से प्रत्याशी रहे हाजी याकूब कुरैशी (Haji Yakub Qureshi) की मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट का चुनाव निरस्त कराने को लेकर हाईकोर्ट (High Court) में दायर रिट याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। अपनी रिट याचिका में बसपा (BSP) प्रत्याशी ने मतगणना में गड़बड़ी करते हुए भाजपा (BJP) प्रत्याशी को जिताने का आरोप लगाया था। यह जानकारी आज रात मेरठ के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के प्रतिनिधि हर्ष गोयल ने दी। इस मामले में न्यूजट्रैक द्वारा याकूब कुरैशी को फोन करने पर उनका मोबाइल स्वीच ऑफ मिला।
बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Elections) में पराजित बसपा नेता और मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे हाजी याकूब कुरैशी द्वारा जुलाई-2019 में अधिवक्ता रविशंकर प्रसाद के माध्यम से रजिस्ट्रार जनरल के समक्ष दाखिल याचिका में मुख्य आधार मतगणना में गड़बड़ी को लेकर बनाया था। कहा गया कि राजेंद्र अग्रवाल के पक्ष में लगभग पांच हजार ऐसे वोटों की गिनती जोड़ दी गई, जो पड़े ही नहीं थे। इनमें लगभग दो हजार वोट पोस्टल बैलेट वाले थे।
यूपी सरकार के दबाव में प्रशासन ने मुझे हराने का काम किया- याकूब कुरैशी
याकूब कुरैशी ने बताया कि चुनाव में जितना वोट पड़ा था, गिनती में उससे ज्यादा वोट मिला। इससे साफ है कि यूपी सरकार के दबाव में प्रशासन ने उन्हें हराने का काम किया है। साथ ही याकूब कुरैशी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सिसौली में आयोजित जनसभा के अली और बजरंगबली वाले बयान को भी रिट में आधार बनाया गया था। याकूब ने कहा है कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए धर्म के नाम पर लड़ा गया और इस बयान के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनाव आयोग ने 24 घंटे चुनाव प्रचार से दूर रहने का फरमान भी जारी किया था। इसके अलावा उन्होंने भाजपा प्रत्याशी पर चुनाव के दौरान साड़ियां, शराब और पैसे बांटने का भी आरोप लगाया था।
ऐसा काम विपक्ष के प्रत्याशी हर चुनाव में करते रहे हैं- बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल
इस मामले में भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल (BJP MP Rajendra Agarwal) का कहना है कि कोर्ट जाने के लिए हर कोई स्वतंत्र है। लेकिन जो आरोप याकूब कुरैशी लगा रहे हैं, वह पूरी तरह हार की हताशा के बाद पैदा हुई स्थिति से हैं। सभी जानते हैं कि मेरा यह तीसरा चुनाव था। मैंने किसी चुनाव में धनबल का प्रयोग नहीं किया। ऐसा काम विपक्ष के प्रत्याशी हर चुनाव में करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट द्वारा याचिका खारिज किया जाना यह साबित करता है कि चुनाव में कहीं काएई गड़बड़ी नही हुई थी।
2019 लोकसभा चुनाव में याकूब कुरैशी की 4729 वोटों से हुई थी हार
गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव में याकूब कुरैशी की 4729 वोटों से हार हुई थी। उन्हें 581455 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र अग्रवाल को 586184 मत प्राप्त हुए। यह चुनाव काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा। पहले याकूब कुरैशी को वोटों की बढ़त मिली और बाद में राजेंद्र अग्रवाल को। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद याकूब कुरैशी ने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा था कि जनता ने तो उन्हें चुनाव जिता दिया था। लेकिन प्रशासन पर ऊपर से इतना दबाव था कि चुनाव हरवा दिया गया।
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