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Meerut News: महंगे शौक, लक्जरी लाइफ के जुनून में भटके किशोर बन रहे अपराधी

महंगे कपड़े, जूते, मोबाइल और लक्जरी लाइफ का जुनून नाबालिगों को अपराध के रास्ते पर धकेल रहा है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल करीब 34 हजार बच्चे क्राइम के मामले में गिरफ्तार हो रहे हैं, जिनमें करीब 2 हजार नाबालिग लड़कियां भी जुर्म में शामिल हैं।

Sushil Kumar
Report Sushil KumarPublished By Deepak Kumar
Published on: 15 Nov 2021 7:03 AM GMT
Moradabad Crime News
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क्राइम की प्रतीकात्मक (फोटो:न्यूज़ट्रैक)

Meerut: महंगे कपड़े, जूते, मोबाइल और लक्जरी लाइफ का जुनून नाबालिगों को अपराध के रास्ते पर धकेल रहा है। इस शौक को पूरा करने के लिए वे चोरी, लूट और अपहरण तक कर रहे हैं। मोबाइल पर दिनभर इंटरनेट का इस्तेमाल करने का असर भी नाबालिगों पर दिख रहा है। पोर्न वीडियो देखकर वे छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसे संगीन अपराध भी करने लगे हैं। इनकी बढ़ती संख्या ने पुलिस को चिंतित कर दिया है. पुलिस का कहना है कि कानून की सख्ती से नाबालिग अपराधियों से निपटा जाएगा, जबकि मनोवैज्ञानिक इस प्रवृत्ति को सामाजिक समस्या बता रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि मां-बाप को भी अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।

नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों का सच बेहद चौंकाने वाला है। इस कड़वे सच के मुताबिक, भारत में हर साल करीब 34 हजार बच्चे क्राइम के मामले में गिरफ्तार हो रहे हैं। इन 34 हजार बच्चों में करीब 2 हजार नाबालिग लड़कियां भी जुर्म में शामिल हैं। इनमें 29 हजार बच्चों पर आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि 5 हजार स्पेशल एंड लोकल लॉ में शामिल पाए गए हैं। हैरानी की बात ये है कि क्राइम के दौरान पकड़े गए बच्चों में ज्यादा तादाद 16 से 18 साल के बच्चों की है, जिनका औसत 63.5 फीसदी है। 12 से 16 साल तक के बच्चों की तादात 33.2 फीसदी होती है। जबकि, क्राइम करने वाले 7 से 12 साल के बच्चे 3.3 फीसदी हैं।

मेरठ की बात करें तो मोबाइल लूट व चोरी जैसी घटनाओं में 15 से 17 वर्ष के बीच के उम्र वाले किशोरों के नाम सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों मेडिकल थाना क्षेत्र में एक किशोर ने अपने स्कबल की पार्किंग से बाइक चोरी कर ली। पकड़े जाने पर किशोर का कहना था कि जब उसे पापा ने बाइक नही दिलाई तो उसे बाइक की चोरी करनी पड़ी। पुलिस अधीक्षक नगर विनीत भटनागर कहते हैं, मोबाइल और चोरी की घटनाओं में अधिकांश किशोर ही शामिल पाए गए हैं।

स्थानीय पुलिस के आंकड़ों के अनुसार पिछले छह महीने में मोबाइल लूट व चोरी की घटनाओं में दो दर्जन से अधिक किशोर पकड़े जा चुके हैं। इसी तरह छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसे संगीन अपराधोंके मामलों मे भी एक दर्जन से अधिक किशोर पकड़े जा चुके हैं। हाल ही में लिसाड़ी गेट थना क्षेत्र में एक 15 वर्षीय किशोर द्वारा पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिस की गई। पुलिस अधीक्षक नगर के अनुसार बच्चे गलत संगत और गलत मंशा से रास्ते से भटक रहे हैं। उन्हें संभालने के लिए पुलिस स्तर से कोशिश की जा रही है। इसके लिए अच्छे काउंसलर से इनकी काउंसिलिंग कराई जा रही है।

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