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इमरान प्रतापगढ़ी पर कांग्रेस प्रत्याशी का गंभीर आरोप, कहा- पैसे के लालच में मेरा टिकट सपा विधायक को दिलाया
मुरादाबाद का विधानसभा सीट संख्या- 27 आजकल राजनीतिक उठापटक के कारण सुर्ख़ियों में है। इस सीट से अंतिम क्षणों में कांग्रेस से टिकट कटने के पूर्व प्रत्याशी मोहम्मद नदीम अंसारी खासे नाराज हैं।
मुरादाबाद का विधानसभा सीट संख्या- 27 आजकल राजनीतिक उठापटक के कारण सुर्ख़ियों में है। इस सीट से अंतिम क्षणों में कांग्रेस से टिकट कटने के पूर्व प्रत्याशी मोहम्मद नदीम अंसारी खासे नाराज हैं। टिकट की उम्मीद में बैठे नदीम अंसारी का जब टिकट कटा तो उनके अंदर का गुबार प्रेस कॉन्फ्रेंस में फूटा। टिकट बंटवारे को लेकर मोहम्मद नदीम ने मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी, जिला अध्यक्ष असलम खुर्शीद, प्रदेश सचिव अजय सारस्वत सोनी और राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम पर गंभीर आरोप लगाए। अपने आरोप में नदीम ने टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व की सराहना की। साथ ही कहा, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने जिन्हें यूपी की कमान सौंपी है, वो लोग ईमानदार नहीं हैं। इसमें सबसे संदिग्ध इमरान प्रतापगढ़ी हैं। नदीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने परिवार और उनकी पार्टी के लिए दिए त्याग को भी याद किया। नदीम कहते हैं, हम तीन लोग अपने परिवार में पार्षद हैं। हम तीन बहन भाई कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़े और जीते। परंतु, आज इमरान प्रताप गढ़ी ने पैसे और अपनी महत्वाकांक्षा के चलते मेरा टिकट काटकर हाजी इकराम कुरैशी को दे दिया।
'कांग्रेस हाईकमान ने मुझे टिकट दिया, लेकिन लालची ने..'
मोहम्मद नदीम अंसारी ने आगे कहा, कि 'कांग्रेस हाईकमान ने उनके काम और पार्टी के सर्वे के आधार पर ही उन्हें टिकट दिया था। क्योंकि वो पुराने कांग्रेसी हैं। लगातार तीन बार से पार्षद हैं।' नदीम कहते हैं, पैसे की लालच में पार्टी के चार-पांच नेताओं ने उनका टिकट कटवा दिया। नदीम ने साफ-साफ आरोप लगाया, कि 'हाजी इकराम राज्य मंत्री रहे हैं। वो बड़े आदमी हैं। उनके पास पैसा है। इसलिए पार्टी के चार-पांच नेताओं ने रुपयों का बड़ा लेन-देन कर मेरा टिकट हाजी इकराम को दिला दिया।' नदीम ने आगे कहा, कि पैसे के लालच में पुराने निष्ठावान कार्यकर्ता के सीने पर पैर रखकर एक दूसरे दल से आए नेता को टिकट दिलाया गया है।
ये लोग नही चाहते कोई नया आगे बढ़े
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखते हुए एक वक़्त ऐसा भी आया जब नदीम अंसारी रुआंसे हो गए और फिर उन्होंने मीडिया से बात वहीं रोक दिया। उन्होंने पार्टी के चार बड़े चेहरों पर निशाना साधते हुए कहा, ये लोग नहीं चाहते कोई नया आगे बढ़े। इसलिए मेरे साथ ऐसा किया।
हाजी इकराम कुरैशी का सपा ने काटा था टिकट
बता दें, कि मुरादाबाद देहात सीट से शुक्रवार को कांग्रेस के सिंबल पर नामांकन दाखिल करने वाले हाजी इकराम कुरैशी मुरादाबाद देहात सीट पर समाजवादी पार्टी के वर्तमान विधायक हैं। दरअसल, इस बार चुनाव में उनका टिकट काटकर समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद देहात सीट से इकराम के पड़ोसी और मीट व्यापारी हाजी नासिर कुरैशी को चुनाव मैदान में उतारा है। इसी से खफा इकराम कुरैशी ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था। जिसके बाद उन्होंने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया।
कांग्रेस ने चाचा-भतीजा को दिया है टिकट
यहां एक और बात जानकारी के लिए बता दूं कि हाजी इकराम कुरैशी का भतीजा हाजी रिजवान कुरैशी पहले से कांग्रेस पार्टी में हैं। हाजी रिजवान कुरैशी को कांग्रेस ने मुरादाबाद शहर सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। अब ऐसे में चाचा- भतीजे को कांग्रेस पार्टी ने शहर और देहात सीट से मैदान में उतारा है। बताया जाता है कि पहले कुरैशी परिवार में अदावत थी, लेकिन सपा के किनारे किए जाने के बाद चाचा- भतीजा साथ-साथ नजर आ रहे हैं।