Moradabad Crime News: तीन साल बाद बच्ची की हत्या का खुलासा, दो गिरफ्तार

पुलिस ने 3 साल बाद 3 साल की मासूम बच्ची की हत्या का खुलासा कर दो हत्या आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

Shahnawaz
Published on: 23 Aug 2021 5:42 PM GMT
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क्राइम का सांकेतिक चिन्ह (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Moradabad Crime News: मुरादाबाद पुलिस ने 3 साल बाद 3 साल की मासूम बच्ची की हत्या का खुलासा कर दो हत्या आरोपियों को गिरफ्तार किया है, आरोपियों ने मासूम बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म कर गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसके शव को जलाकर कूड़े में फेंक दिया था। बच्ची के जले हुए शव की शिनाख्त नहीं होने की वजह से पुलिस ने शव की डीएनए रिपोर्ट कराई थी, रिपोर्ट आने के बाद थाना सिविल लाइन पुलिस ने गुमशुदगी लिखी बच्ची के परिजनों की रिपोर्ट पर इस हत्याकांड का खुलासा किया है। डीआईजी मुरादाबाद रेंज शलभ माथुर ने इस अनसुलझे हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र के साथ 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने का एलान किया है।

बता दें कि 6 सितंबर, 2018 को जन्माष्टमी के अगले दिन मुरादाबाद की थाना सिविल लाइन पुलिस को एक 3 साल की बच्ची का शव कूड़े के ढेर पर जली हुई अवस्था में मिला था। 5 सितंबर, 2018 को जन्माष्टमी के दिन एक परिवार ने अपनी 3 साल की बच्ची की गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। अगले दिन शव मिलने के बाद पुलिस ने शव की शिनाख्त करने के लिए परिजनों को बुलाया था, लेकिन शव बहुत बुरी तरह से जला हुआ होने की वजह से शिनाख्त नहीं हो पाई। जिसके बाद पुलिस ने शव और परिजनों का डीएनए कराया। तीन साल बाद डीएनए रिपोर्ट आने पर बच्ची इसी परिवार की होने की पुष्टि हुई।

जन्माष्टमी के जुलूस में से बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद मासूम बच्ची की हत्या के मामले में पकड़े गए रविंद्र और मिंटू ने बताया कि 5 सितंबर, 2018 को जन्माष्टमी के दिन जुलूस में से 3 साल की बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने बहला फुसला कर अपने साथ ले गए थे। उन लोगों ने शराब के नशे में बच्ची के साथ दुष्कर्म किया उसके बाद उसका गला घोटकर हत्या कर दी थी। दुष्कर्म और शव की पहचान को छिपाने के लिए एक कूड़े के ढेर पर आग लगी हुई थी उस कूड़े के ढेर में शव को फेंक कर फरार हो गए थे।

तीन साल की बच्ची का कूड़े के ढेर पर शव मिलने के बाद उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी वाली बच्ची की फोटो लेकर उसकी छानबीन की तो एक पान की दुकान वाले ने बताया कि रविन्द्र नाम के एक व्यक्ति ने फोटो वाली बच्ची को टॉफी दिलाई थी। जिसके बाद पुलिस ने रविन्द्र को पकड़ लिया। रविन्द्र ने उस समय यह बताया था कि बच्ची को मैने टॉफी दिलाई थी, लेकिन बच्ची को मैंने अपने साथी मिंटू को सौंप दिया था। अब मिंटू बच्ची को लेकर कहा गया इस बात की जानकारी नही है। इस मामले में पुलिस ने अपहरण के मामले में जेल भेज दिया है।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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