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UP Election 2022: नरेश टिकैत का SP-RLD को समर्थन के बाद यू-टर्न, अब मोदी के मंत्री से मुलाकात
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के उम्मीदवार को पहले समर्थन देने और जिताने की अपील के ठीक बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत अब यू-टर्न लेते दिख रहे हैं।
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हर रोज सियासी हलचल कुछ नए संकेत दे रही है। बीजेपी की लिस्ट फाइनल होने से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) सहित कई बड़े नेताओं का पार्टी छोड़कर जाना और अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश (West Uttar Pradesh) के जाटलैंड (jatland) में नरेश टिकैत (Naresh Tikait) से मोदी सरकार के मंत्री संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) का मिलना, एक नए समीकरण की ओर इशारा कर रही है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन के उम्मीदवार को पहले समर्थन देने और जिताने की अपील के ठीक बाद भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) अब यू-टर्न लेते दिख रहे हैं।
पहले दिया था समर्थन, अब बदले सुर
भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने हालिया बयान में कहा है, कि 'हम चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं कर रहे।' गौरतलब है, कि बुढ़ाना विधानसभा सीट (Budhana assembly seat) से टिकट की घोषणा के बाद राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) के गठबंधन प्रत्याशी राजपाल बालियान (Rajpal Balyan) सिसौली (Sisauli) के किसान भवन पहुंचे थे। यहां बैठक के दौरान नरेश टिकैत ने गठबंधन को अपना समर्थन देते हुए सपा और रालोद के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की थी। लेकिन, 24 घंटे बाद ही उनके सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं।
मुलाकात पर ये बोले संजीव बालियान
हालांकि, बाद में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता तथा स्थानीय सांसद संजीव बालियान (sanjeev balyan), नरेश टिकैत (naresh tikait) से मिलने पहुंचे। इस भेंट के बाद संजीव बालियान ने कहा, कि वो नरेश टिकैत के स्वास्थ्य का हालचाल जानने आए हैं। यह शिष्टाचार भेंट है। जानकारी के लिए आपको बता दें, कि दोनों ही नेता एक ही खाप यानी बालियान खाप से हैं। नरेश बालियान उस खाप के चौधरी हैं।
ये कहा था पहले
बता दें, कि नरेश टिकैत तब सपा-रालोद प्रत्याशी के समर्थन में कहा था, कि 'अच्छी तरह से इस चुनाव लड़ो। ये आप लोगों की प्रतिष्ठा की बात है। यह सीट ऐतिहासिक है। यह लोगों की परीक्षा की घड़ी है। गठबंधन से अलग जो कोई भी जाए उसे किसी तरह मनाओ। इस गठबंधन को सफल बनाओ। जय हिंद जय भारत।'
और अब, ये कहा
बाद में, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने अब अपने उस बयान से पलटते हुए साफ-साफ कर दिया, कि 'हमारा किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को कोई समर्थन नहीं है। क्योंकि, संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि हम किसी भी राजनीतिक दल को समर्थन नहीं देंगे। इसका उल्लंघन कोई भी किसान संगठन नहीं कर सकता है।'
'हम तो सभी को एक नजर से देखते हैं'
नरेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा, कि 'यहां तो पहले से ही हर पार्टी का नेता आता रहता है। कल यहां गठबंधन (सपा-रालोद) प्रत्याशी राजपाल बालियान भी आए थे। हम तो सभी को अपना आशीर्वाद देते हैं। इसमें कोई समर्थन वाली बात नहीं है। हमारा आशीर्वाद सभी को है। आशीर्वाद तो महेंद्र सिंह टिकैत भी देते आए हैं। यहां तो कोई भी किसी भी पार्टी का आदमी आए वह जनता के ऊपर निर्भर है, हमारा कोई समर्थन नहीं है। राजपाल बालियान अच्छे आदमी हैं। अगर, यहां बीजेपी या बसपा वाले आ गए तो उन्हें क्या भगा दिया जाएगा। हम तो सभी को एक नजर से देखते है।'
अब संजीव बालियान से मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा सकते हैं। क्योंकि, पश्चिमी यूपी में खापों के प्रभाव के कारण हजारों लोग किसान आंदोलन से जुड़ गए थे। किसान आंदोलन के समय ही इस बात का प्रचार किया गया था कि किसान मोर्चा किसी भी दल को समर्थन नहीं देगा। ऐसे में अब राजनीतिक दलों के नेताओं की नरेश टिकैत से मुलाकात और सपा-रालोद को समर्थन की घोषणा कर हाथ पीछे खींचना भी कोई न कोई सियासी गुल जरूर खिलाएगा।