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Muzaffarnagar News: यूपी में चल रहा बिना डॉक्टर का अस्पताल, नर्स व सफाईकर्मी कर रहे इलाज
Muzaffarnagar News: मुज़फ्फरनगर के हॉस्पिटल में डॉक्टरों के बिना मरीजों का इलाज किया जा रहा है...
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। यह सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। ताजा मामला मुज़फ्फरनगर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मदीना कालोनी का है, जहां सिटी हॉस्पिटल के नाम पर एक ऐसा हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा है, जहां बिना डॉक्टरों के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस अस्पताल में डॉक्टर के नाम पर केवल एक नर्स और सफाईकर्मी है, जो मरीजों का इलाज कर रहे थे। लोगों की शिकायत पर जब जिला प्रशासन और मुज़फ्फरनगर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल में रेड डाली, तो यह जानकर सब हैरान रह गए की बिना किसी डॉक्टर के हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज कैसे किया जा रहा है।
कर्मचारियों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है
मामले में सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह और ड्रग इंस्पेक्टर लवकुश प्रसाद ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हॉस्पिटल को सीज कर दिया। इसके साथ ही लाखों रुपए की अवैध दवाइयां बरामद कर कइयों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहे। सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है की मुज़फ्फरनगर के मदीना चौक पर एक सिटी हॉस्पिटल है। अस्पताल को लेकर कई दिनों से कुछ शिकायत मिल रही थी। यंहा कोई भी डॉक्टर विजिट नहीं कर रहे है, बावजूद इसके इस हॉस्पिटल में कर्मचारियों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
नॉडल अधिकारी और जिला प्रशासन ने हॉस्पिटल का निरक्षण किया
मामले में आज CMO ऑफिस के नॉडल अधिकारी और जिला प्रशासन द्वारा हॉस्पिटल का निरक्षण किया गया, जिसमें पाया गया की यंहा कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था केवल एक नर्स यंहा मिली है और एक मरीज भी भर्ती मिला, जिसका रात को ऑपरेशन हुआ था। हॉस्पिटल में अमितताये मिलने पर इस हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। हॉस्पिटल में एक मेडिकल स्टोर भी है, जंहा मरीजों को दवाइयाँ बेचते थे। अभी स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन हॉस्पिटल और मेडिकल स्टोर के पंजीकरण की जाँच कर है की लाइसेंस किस के नाम पर है।
हॉस्पिटल और मेडिकल स्टोर को किया गया सील
फिलहाल, हॉस्पिटल और मेडिकल स्टोर दोनों को सील कर दिया गया है। बड़ा सवाल ये है की जब इस हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर विजिट नहीं कर रहा है, तो आखिर हॉस्पिटल में मिले मरीज का ऑपरेशन किसने और कैसे किया। हालाँकि, मरीज को सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती जरूर करवा दिया गया है।