निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने का मामला, दिल्ली से पकड़े गए चारों हैकरों की रिमांड लेगी STF

Saharanpur Crime News:भारत निर्वाचन आयोग वेबसाइट में हेराफेरी मामले में चार आरोपियों को सहारनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया।

Vijay Kumar Tiwari
Written By Vijay Kumar TiwariPublished By Shraddha
Published on: 15 Aug 2021 4:40 AM GMT
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने का मामला, दिल्ली से पकड़े गए चारों हैकरों की रिमांड लेगी STF
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Saharanpur Crime News : भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India)की आधिकारिक वेबसाइट में घुसपैठ करके फर्जी पहचान पत्र बनाने और निर्वाचन आयोग के रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के मामले में चार और आरोपियों को सहारनपुर पुलिस (Saharanpur Police) ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इसके बाद शनिवार की शाम उन चारों अभियुक्तों को एसीजेएम सेकंड की अदालत में पेश करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

आपको बता दें कि इस मामले में आरोपी विपुल सैनी को बुधवार की रात को गिरफ्तार कर गुरुवार को ही जेल भेज दिया गया था। सभी आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार छठे आरोपी की तलाश में पुलिस की एक टीम मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में भी डेरा डाले हुए हैं।

आपको बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ करने वाले 4 आरोपियों को दिल्ली से पकड़ा गया है। दिल्ली के आशीष जैन, आदित्य खत्री, अरमान मलिक उर्फ मोहम्मद नियाज और नितिन कुमार को पकड़ा है। दिल्ली के रहने वाले इन चारों अभियुक्तों को पुलिस ने शुक्रवार की रात दिल्ली से ही गिरफ्तार किया था।


हैकरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार (कांसेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

अरमान और आशीष जैन ने अपने साइबर कैफे पर 5 माह पूर्व वोटर आईडी कार्ड बनाने का काम शुरू किया था। 5 महीने के दौरान इन लोगों ने कई हजार आई कार्ड बना दिए, जबकि विपुल सैनी ने साढ़े तीन माह में कई लोगों के पहचान पत्र बनाए हैं।

आपको बता दें कि सहारनपुर में चुनाव आयोग की वेबसाइट में सेंधमारी कर मतदाता पहचान पत्र बनाए जाने के मामले में एसटीएफ ने अपनी जांच शुरू कर दी है। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश का कहना है कि मामले में नोएडा यूनिट की टीम इस प्रकरण को गहनता के साथ छानबीन कर रही है। एएसपी स्तर के अधिकारी इस मामले का सुपरविजन कर रहे हैं और इस मामले की विवेचना एएसपी स्तर के अधिकारी द्वारा ही की जाएगी।

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