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Saharanpur News: प्रवीण तोगड़िया के बयान पर मौलाना मदनी ने किया पलटवार, कही ये बात

जमीअत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी द्वारा लड़के और लड़कियों की शिक्षा की व्यवस्था अलग अलग किए जाने..

Neena Jain
Report Neena JainPublished By Deepak Raj
Published on: 2 Sept 2021 8:53 PM IST
Symbolic picture taken from social media
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 सांकेतिक तस्वीर , फोटो-सोशल मीडिया

Saharanpur News: जमीअत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी द्वारा लड़के और लड़कियों की शिक्षा की व्यवस्था अलग अलग किए जाने वाले बयान को देश के मीडिया के एक वर्ग ने तालिबान से जोड़ते हुए विवादित बना दिया है। जिसके बाद से मौलाना अरशद मदनी के बयान को लेकर देश के कई हिस्सों से प्रतिक्रिया आ रही है, हालांकि मौलाना अरशद मदनी ने लड़कियों की शिक्षा को जरूरी बताते हुए लड़कियों को दीन और दुनिया दोनों की शिक्षा देने पर जोर दिया, लेकिन साथ ही उन्होंने लड़के और लड़कियों के लिए शिक्षा की व्यवस्था अलग अलग करने की बात कही है जिसको लेकर मीडिया में कई लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।


मौलाना अरशद मदनी, फाइल फोटो (सोर्स-सोशल मीडिया)

इसी सिलसिले में VHP के पूर्व फायरब्रांड नेता प्रवीण तोगड़िया ने ना सिर्फ मौलाना अरशद मदनी पर निशाना साधा बल्कि जमीयत और दारुल उलूम देवबंद पर भी हमला बोला है। प्रवीण तोगड़िया के बयान पर मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए तोगड़िया के बयान को गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ बताते हुए कहा कि उन्हें दारुल उलूम देवबंद और जमीअत उलमा हिंद देश की आजादी में दी गई कुर्बानी के बारे में कुछ पता नहीं है।

दारुल उलूम देवबंद और जमीअत उलमा ए हिंद का इतिहास गौरवशाली- मदनी

उन्होंने कहा कि दारुल उलूम देवबंद और जमीअत उलमा ए हिंद का इतिहास गौरवशाली है जिसने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका अदा की है और इसके बलिदान को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा और सेवा को अपनी जिंदगी का मिशन बनाया है इस पर हम बगैर किसी भेदभाव के काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने धर्म और नस्ल की बुनियाद पर नहीं बल्कि मानवता के आधार पर लोगों की सेवा की है।

मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि जमीअत उलमा हिंद आज भी बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों के लिए सामान खिदमत का काम कर रही है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि जिन लोगों का देश की आजादी में रत्ती भर भी योगदान नहीं है वह लोग इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं जिस पर सिर्फ अफसोस किया जा सकता है। गौरतलब है कि मौलाना का मिश्रित शिक्षा को लेकर दिया गया बयान स्ट्रीम मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है।



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Deepak Raj

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