TRENDING TAGS :
Saharanpur News : अखिलेश यादव का योगी और मोदी पर तीखा हमला, लखीमपुर केस पर साधा निशाना
Saharanpur News : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को सहारनपुर में भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि लखीमपुर हिंसा मामले में अपराध में लिप्त केवल हाथ ही नहीं दिमाग भी गिरफ्तार होना चाहिए।
Saharanpur News : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को सहारनपुर में भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि लखीमपुर हिंसा मामले में अपराध में लिप्त केवल हाथ ही नहीं दिमाग भी गिरफ्तार होना चाहिए। उनका इशारा केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी की ओर था।
सपा मुखिया अखिलेश यादव स्वर्गीय चौधरी यशपाल सिंह की सौ वीं जयंती के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में आगामी विधानसभा चुनाव का आगाज किया। वही गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र में आयोजित जनसभा में गुर्जरों को लुभाने की कोई कसर नहीं छोड़ी तो वहीं किसानों के भी मुद्दे खूब उठाये। बढ़ती महंगाई बेरोजगारी नव युवकों की नब्ज को भी टटोला। मुख्यमंत्री योगी पर तीखे कटाक्ष किए तो पड़ोसी राज्य उत्तराखंड और हरियाणा में बदलते मुख्यमंत्रियों पर तंज कसने से ना चूके।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भले ही खुलकर चुनाव का आगाज नहीं किया हो परंतु आज जनसभा की आड़ में मतदाताओं की नब्ज को टटोला। सपा मुखिया अखिलेश यादव आज सहारनपुर तीतरो मैं हेलीकॉप्टर द्वारा पहुंचे जहां उन्होंने स्वर्गीय चौधरी यशपाल की जयंती पर उनकी समाधि पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की उसके पश्चात जनसभा स्थल पहुंचे जहां सपाइयों द्वारा अखिलेश यादव का अखिलेश यादव का स्वागत किया गया।
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत स्वर्गीय चौधरी यशपाल सिंह की प्रशंसा करते हुए की कहा जो रास्ता स्वर्गीय चौधरी यशपाल बना कर गए थे, जो लड़ाई उन्होंने शुरू की थी, उसे हम कायम रखेंगे, मां दुर्गा और मां शाकंभरी का आशीर्वाद बना रहे। अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिसने गीता पढ़ी है जो दूसरे को दुख को समझते हैं, वह वास्तव में योगी होते हैं। लखीमपुर खीरी की घटना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसानों को कुचला जाता है और अब संविधान को कुचलने की तैयारी है जो किसानों को कुचल सकते हैं वह संविधान भी कुचल सकते हैं किसानों को अपमानित होना पड़ता है। वादा किया था किसानों से की आय दुगनी हो गई हिसाब लगाया जाए तो महंगाई इतनी बढ़ गई है कि पता चलेगा कि कहां खड़े हुए हैं। सपा मुखिया ने कहा बिजली का हिसाब नहीं मांगा मीटर लगा दिए मीटर तेज भाग रहे हैं।
कांग्रेस का परचम फैलाने वाले चौधरी यशपाल
भाजपा पर किसानों को वोट के रूप में इस्तेमाल करने की बात कहते हुए कहा कि किसानों का मान केवल क्या ₹500 है और वह भी ठीक चुनाव से पहले उनके खाते में आते हैं डीजल और पेट्रोल की कीमत क्या थी और कहां पहुंच गई खाद की बोरी चोरी हो गई सरसों पैदा करने वाला किसान जानता है उसे कीमत नहीं मिल रही और मंत्री कहते हैं सरसों के तेल मिलावट नहीं होने तेल के दाम बढ़ गए है।
अखिलेश यादव ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार इस पर फेल हुई है गरीबों को सबसे ज्यादा जरूरत थी उसने उन्हें अनाथो की तरह छोड़ दिया ना दवा दी, ना आक्सीजन सिलेंडर दिया और ना ही अस्पतालों में मिले बेड। ना जाने कितने लोगों की जान चली गई। अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी भी नहीं मिली। जब गंगा में बहती हुई लाशें आई और सरकार का जवाब था कि यह लाशे यूपी से नहीं बल्कि बिहार से आई है कोई उनसे पूछे गंगा उल्टी बहती है क्या यमुना उल्टी बहती है क्या नीचे से ऊपर की ओर बहती है क्या लेकिन अपनी नाकामी को छिपाने के लिए गंगा और यमुना को नीचे से ऊपर ही बहा दिया। लेन देन काला सफेद होता है कहां गया काला धन क्या भ्रष्टाचार खत्म हो गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने जो नंबर बनाया था लेकिन योगी बाबा ने 112 नंबर बना दिया। क्या फर्क आया इसमें, नाम बदलने में तो मुख्यमंत्री का कोई सानी नहीं है यह नाम बदलने वाले लोगों का ही इतिहास मिटा देना चाहते हैं। लखीमपुर मामले पर करते हुए कहा कि सरकार गृह राज्य मंत्री के बेटे को बचा रही है सरकार कुछ भी कर सकती हैं एक छत के नीचे रहने वालों को जाति धर्म में बैठती है लेकिन किसान आंदोलन में जाति धर्म से पहले लोग किसान बने।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार कारोबार की बात नहीं करना चाहती हो कि कारोबार जोड़ता है चीजें बिकना शुरू हो गई है हवाई जहाज बिक गए अब ट्रेनिंग हो गई बाद में स्टेशन बिक जाएंगे जब सब जाएगा तो बचेगा.. क्या ईस्ट इंडिया कंपनी कारोबार करने आई थी एक कानून से सरकार बन गई। यह सब बेच रहे हैं और बेच देंगे। नदियों को साफ करने का संकल्प लिया था गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल दीदी किसानों को धन्यवाद देंगे कि उन्होंने इनकी धर्म और जाति में बांटने वाली राजनीति को एकतरफा कर बताया। किसान है एकजुट होकर आंदोलन कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने पिछले लोकसभा चुनाव में गठबंधन स्थिति साफ करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल भाजपा को रोकना था और यदि भाजपा को रोक लिया होता तो किसान कुचले नहीं जाते। जिससे यह लोग यूपी में घुसे थे, उसी रास्ते निकल जाते। उन्होंने भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस से बसपा से गठबंधन किया और आज भी उनका उद्देश्य भाजपा को रोकना है।
इस जनसभा से सपा एक तीर से कई निशाने साधे का काम कर रही है। गुज्जर बाहुल्य क्षेत्र में होने से सपा उनको साधने के साथ मुस्लिम, व्यापारी और अन्यों पर भी नजर गड़ा रही है। टिकट की चाह रखने वाले नेताओं ने इस जनसभा में भारी भीड़ जुटाई है।