UP Election 2022 : धर्म के नाम पर BJP ने फैलाई नफरत, हमारी सरकार बनी तो फर्जी केस होंगे वापस, बोलीं मायावती

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में सहारनपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने एक बार फिर मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने की भरपूर कोशिश की।

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Written By aman
Published on: 5 Feb 2022 10:39 AM GMT
up election 2022 bsp supremo mayawati
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up election 2022 bsp supremo mayawati 

UP Election 2022: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने शनिवार को पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में सहारनपुर (Saharanpur) में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने एक बार फिर मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने की भरपूर कोशिश की। यूपी की पूर्व सीएम मायावती बोलीं, 'मुस्लिम समाज ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का साथ दिया, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। मैं सपा से पूछती हूं आपने कितने मुस्लिमों को टिकट दिया।'

मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने समाजवादी पार्टी प्रमुख पर निशाना साधते कही, 'उन्हें लगा कि मुसलमान तो मेरे जेब में हैं। टिकट देने या न देने से कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन आज का मुस्लिम समाज सजग है। वो उन्हीं के साथ जाएगा, जहां उसका सम्मान होगा। बहुजन समाज पार्टी ने मुस्लिम समाज को उचित सम्मान दिया।'

बीजेपी ने फर्जी तरीके से लोगों को फंसाया, हम लेंगे केस वापस

बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने संबोधन में आगे कहा, 'प्रदेश की मौजूदा भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने फर्जी तरीके से लोगों पर मुकदमे कर लोगों को फंसाया है। बसपा की उत्तर प्रदेश में सरकार बनने पर ऐसे लोगों के केस वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा, जेल में फर्जी तरीके से भरे गए लोगों को हम न्याय दिलाकर उन्हें जेल से मुक्त कराएंगे। हमारी सरकार में जेल में सिर्फ आपराधिक छवि के लोग ही रहेंगे।'

शब्बीरपुर कांड की दिलाई याद

यूपी की पूर्व सीएम का हमला यहीं नहीं थमा। मायावती ने यद्क दिलाया, 'शब्बीरपुर कांड के वक्त मैं राज्यसभा की सदस्य थी। सब्बीरपुर आकर मैंने पीड़ितों का हाल जाना। मेरी आवाज को संसद में दबाया गया। इसी मुद्दे पर मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दिया था। मैं दलितों को न्याय दिलाने आई हूं।' उन्होंने सहारनपुर के मतदाताओं से शब्बीरपुर कांड को याद रखने को कहा। उन्होंने एक बार फिर कहा, 'यहां की जनता बसपा सरकार में ही सुरक्षित रहेगी। सहारनपुर का एक बड़ा मुस्लिम कांग्रेस छोड़कर सपा में गया, वो सोचा कि टिकट मिल जाएगा, लेकिन सपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया।' दरअसल मायावती का इशारा इमरान मसूद की तरफ था।

आखिरी बार अखिलेश के साथ रैली की थी यहां

उल्लेखनीय है कि बसपा सुप्रीमो मायावती करीब दो साल बाद सहारनपुर में आई थीं। इससे पहले वह 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान देवबंद में अखिलेश यादव और अजित सिंह के साथ मिलकर जनसभा की थी। उसके बाद से इधर का रुख नहीं किया। लेकिन, अब 2022 के विधानसभा चुनाव में पहले फिर वो पश्चिमी यूपी में ताबातोड़ रैलियां कर रही हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती हरौड़ा विधानसभा से दो बार चुनाव जीतीं और दोनों बार यूपी की सत्ता हासिल की। लेकिन 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को भारी नुकसान हुआ। साल 2012 में सपा की सरकार बनी और 2017 में मोदी-योगी की लहर में बसपा का यूपी में सूपड़ा ही साफ हो गया था।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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