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UP Election 2022: मायावती की दलित-मुस्लिम को साधने की कोशिश, बोलीं- बसपा ने मुस्लिमों को सम्मान दिया, भाजपा और सपा ने दंगे

UP Election 2022: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सहारनपुर मंडल की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी और सपा पर जमकर निशाना साधा।

Neena Jain
Report Neena JainPublished By Shreya
Published on: 5 Feb 2022 7:48 PM IST
BSP Mayawati
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मायावती (फोटो : न्यूज़ट्रैक)

UP Election 2022: बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) सहारनपुर मंडल (Saharanpur) की चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए नागल के टपरी रोड (Nagal Tapri Road) पर पहुंची। मायावती ने अपने संबोधन में भाजपा और सपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने दलित-मुस्लिम और ब्राह्मण जाति के वोटरों को साधने के लिए भाजपा की नीतियों को दमकारी बताया। वहीं सपा को गुड़ों की पार्टी बताया।

कांग्रेस को भी लिया आड़े हाथ

बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने 31 मिनट के संबोधन में भाजपा और सपा पर जमकर बरसी। उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब आंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया। उन्होंने कहा के भाजपा यूपी में अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा तानाशाही, जातिवादी सरकार से मुक्ति तभी मिल पाएगी जब सभी लोग अपने मत का सही प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने 2013 के मुजफ्फरनगर के दंगे को हवा देते हुए कहा कि सपा सरकार में यह दंगे हुए और बेकसूरों को जेल भेजा गया। जबकि गुनहगार लोग खुले घूमते रहे। उन्होंने कहा कि दंगे में जाटों के साथ मुस्लिम समुदाय को भी नुकसान हुआ और भाईचारे को भी नुकसान पहुंचा।

मायावती ने कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि कांग्रेस दलित और आदिवासियों के प्रेम का नाटक करती है। कांग्रेस जब सत्ता में होती है तो उसे दलित प्रेम की याद नहीं आती और न ही महिलाओं की। भाजपा सरकार में आमजन दुखी है। मायावती ने मतदाताओं को लुभाने के लिए कहा कि हमारी सरकार होगी तो हर किसी व्यक्ति, हर किसी जाति और धर्म के व्यक्ति का ध्यान रखा जाएगा। उनके रोजगार का भी ध्यान रखा जाएगा। उनको किसी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी। बसपा सुप्रीमो मायावती के भाषण में सबसे ज्यादा मुस्लिम और अपर कास्ट के लोगों को साधने की कला दिखाई दी।

इमरान मसूद पर ली चुटकी

इमरान मसूद पर चुटकी लेते हुए मायावती ने अपने संबोधन में कहा कि यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मुस्लिमों को दरकिनार किया है। इसका उदाहरण सहारनपुर में मुस्लिम का बड़ा चेहरा है। सपा मुस्लिमों को अपनी जागीर समझती है। यहीं कारण है कि 2022 के चुनाव में सपा ने मुस्लिम नेताओं के साथ मंच भी साझा नहीं किया। सपा को मुस्लिमों को यह बता देनेा चाहिए कि मुस्लिम किसी की जेब में नहीं है, मुस्लिम उसके साथ जाएगा जो मुसलमानों को आगे बढ़ने का मौका देगा। बसपा ने सदैव मुस्लिमों को को आगे बढ़ाया है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कि भाजपा ने अभी तक धर्म के नाम पर नफरत की राजनीति की है। बहन, बेटियां और दलित भाजपा सरकार में सुरक्षित नहीं है। मायावती ने शब्बीरपुर कांड की दुखती रग पर हाथ रखते हुए सहारनपुर मंडल के दलित वोटरों को साधने की कोशिश की। वहीं 2013 के मुजफ्फरनगर दंगे को हवा दी। उन्होंने कहा कि शब्बीरपुर कांड हुआ और उसके बाद भाजपा की सरकार बनी। सत्ता में आते ही भाजपा का दिमाग खराब हो गया। शब्बीरपुर कांड की आवाज मैंने राज्यसभा में उठाने का प्रयास किया, लेकिन सरकार ने मुझे बोलने नहीं दिया। जिस कारण मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया।

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