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Krishi kanoon Bill News: भाकियू ने कहा धन्यवाद न्यूजट्रैक, देश में किसानों की जीत, झुकी मोदी सरकार

Krishi Kanoon Bill News: किसानों का कहना है कि मोदी सरकार (modi sarkar) को झुकना तो पड़ता ही, क्योंकि राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के नेतृत्व में पूरे भारत में लगातार आंदोलन चल रहे थे।

Pankaj Prajapati
Report Pankaj PrajapatiPublished By Ragini Sinha
Published on: 19 Nov 2021 12:37 PM IST (Updated on: 19 Nov 2021 12:57 PM IST)
Krishi kanun Bill
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Krishi kanun Bill

Krishi kanoon Bill: भारत सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून (PM Modi repeals farm bills) को लेकर 12 महीने से चल रहे दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन की आखिर जीत हुई है। किसानों के लगातार प्रयास और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (national spokesperson of Bharatiya Kisan Union Rakesh Tikait) के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन की आज जीत हुई है, जिसके आगे मोदी सरकार (Modi government) को झुकना पड़ा है। किसानों का कहना है कि मोदी सरकार (modi sarkar) को झुकना तो पड़ता ही, क्योंकि राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के नेतृत्व में पूरे भारत में लगातार आंदोलन चल रहे थे।


कृषि कानून को वापस लेने के एलान से किसानों में खुशी की लहर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pradhanmantri Narendera Modi) के तीनों विवादित कृषि कानून (Krishi kanoon Bill 2020) वापस लेने के एलान के साथ किसानों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पवार (State Spokesperson of Bharatiya Kisan Union Kuldeep) का कहना है कि यह सब कुछ भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के आंदोलन का परिणाम है, जिसको लेकर आज मोदी सरकार (Modi government) ने तीन किसी कानून बिलों (Krishi kanoon Bill) को वापस लिया है क्योंकि पंजाब (Punjab) में और यूपी में चुनाव (UP election 2022) आ रहे हैं। कहीं हार का सामना न करना पड़े इसलिए यह बिल वापस लिए गए हैं क्योंकि राकेश टिकैत लगातार कहते थे कि वोट की चोट से इनको मात देंगे। जिसको लेकर आज मोदी सरकार (Modi sarkar) को यह तीन कृषि कानून वापस (Krishi kanoon Bill wapas) लेने पड़े हैं।


12 महीने से लगातार आंदोलन चल रहा था

शामली के किसानों में काफी उत्साह नजर आ रहा है किसानों का कहना है कि 12 महीने से लगातार आंदोलन चल रहा था जिसको लेकर काफी किसान भी वहां पर शहीद हुए हैं लेकिन सरकार कुछ नहीं देख रही थी केवल अपनी जिद ले कर बैठी थी कि यह कृषि कानून वापस नहीं लेंगे ना ही इसमें कोई संशोधन करेंगे लेकिन आखिर में जीत केवल किसान की हुई है। भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer Union) के प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पवार (Spokesperson Kuldeep Pawar) का कहना है कि लगातार 12 महीने से न्यूजट्रैक हमारे आंदोलन की खबर दिखा रहा था जिसका आज हमें परिणाम मिला है और किसानों की जीत हुई है और मोदी सरकार की हार हुई है क्योंकि इनको बंगाल में हार का सामना करना पड़ा था उसी को लेकर सरकार बौखलाई हुई थी अब पंजाब, हरियाणा और यूपी में चुनाव है, कहीं यहां पर भी हार का सामना न करना पड़े, इसीलिए मोदी सरकार (Modi sarkar) ने यह तीन कानून वापस ले लिये हैं जिसको लेकर हमारी मेहनत और आंदोलन का परिणाम आज किसानों को खुशी और उल्लास के साथ में मिला है क्योंकि मोदी सरकार झुकी है


'हमने कई किसान खोए हैं हमको आतंकवादी'

किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक (National President of Kisan Union Savit Malik) का कहना है कि आज प्रकाश पर्व पर आज मोदी जी ने किसानों (Kisan) का दर्द समझा है और देर आए दुरुस्त आए जो 3 काले कानून थे जिसको लेकर 12 महीने से लगातार आंदोलन चल रहा था आज प्रधानमंत्री द्वारा उन तीनों काले कानूनों को वापस लिया गया है तीन कृषि कानून बिल वापस होने को लेकर किसानों में काफी उत्साह भी है लेकिन दुख भी है क्योंकि आंदोलन (Andolan) में हमने कई किसान खोए हैं हमको आतंकवादी, खालिस्तानी सुनने को मिला है लेकिन हमारा यह उद्देश्य नहीं था कि हम सरकार को झुकायें। प्रधानमंत्री को झुकाए। हमारा उद्देश्य था देश की जमीन बचाना। मंडी बचाना। किसान की जमीन बचाना और पूरे देशवासियों को हम इस की शुभकामनाएं देते हैं।



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Ragini Sinha

Ragini Sinha

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