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Shamli News: वृद्धावस्था व विधवा पेंशन तीन हजार करने की मांग, ऑनलाइन सत्यापन कर बनाएं पेंशन
Shamli News: शामली के सुभाष चौक का है। जहां वृद्ध व विधवा महिला सुविधाजनक जीवन यापन करने के लिए पेंशन बढ़ाओ आंदोलन के तहत धरना दिया गया।
Shamli News: जनपद शामली में वृद्ध व विधवाओं (vridhavastha vidhwa pension) के सुविधाजनक जीवन यापन के लिए पेंशन बढ़ाओ आंदोलन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग महिलाओं व बुजुर्गों पुरुषों ने शामली के सुभाष चौक पर धरना दिया और कहा कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो एक तारीख से आमरण अनशन व भूख हड़ताल करेंगे।
मामला जनपद शामली के सुभाष चौक का है। जहां वृद्ध व विधवा महिला सुविधाजनक जीवन यापन करने के लिए पेंशन बढ़ाओ आंदोलन के तहत धरना दिया गया। वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार में वृद्धा अवस्था एवं विधवा पेंशन की राशि बहुत कम है, जिससे एक व्यक्ति का केवल चाय का खर्च पूरा नहीं हो पाता, जबकि इस अवस्था में दवा आदि खर्च लगे रहते हैं।
पड़ोसी राज्यों दिल्ली, हरियाणा आदि में हमारे यहां से काफी अधिक ₹2500 प्रतिमाह पेंशन हैं। उत्तर प्रदेश में पेंशन बनवाने मैं भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जबकि अन्य राज्यों में पेंशन बनना सुलभ है। वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति वरिष्ठ नागरिक पुरजोर मांग करते हैं वृद्धावस्था एवं विधवा पेंशन की राशि ₹3000 प्रतिमाह की जाए। अगर हमारी मांग नहीं मानी जाती है आज तो केवल धरना दिया है आगे एक तारीख से आमरण अनशन व भूख हड़ताल करेंगे।
वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र विश्वकर्मा ने एसडीएम शामली बृजेश सिंह को ज्ञापन देकर अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाने का काम किया है और एसडीएम से विधवा पेंशन वह वृद्धावस्था पेंशन जल्द से जल्द बढ़वाने की मांग की है और कहा है अगर हमारी मांगे नहीं मानी जातीं तो हम 1 तारीख से आमरण अनशन और भूख हड़ताल करेंगे।
शामली एसडीएम बृजेश सिंह का कहना है कि वरिष्ठ नागरिक वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र विश्वकर्मा के द्वारा बताया गया है कि उनकी पेंशन बहुत कम है और अलग-अलग प्रदेशों में विधवा व वृद्धावस्था पेंशन बहुत अधिक है। उनका कहना है हमारी आवाज मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाए और जो शामली जनपद के वृद्ध और विधवा हैं उनकी ऑनलाइन जानकारी भरकर पेंशन बनवाई जाए। इसके लिए हम जल्द प्रयास करेंगे और यह नौबत नहीं आने देंगे कि यह सभी लोग आमरण अनशन या हड़ताल करें।