Loksabha Election 2024: पीडीएम मोर्चा ने 7 उम्मीदवारों के नामों का किया ऐलान, बदल जाएगा भदोही और चंदौली का समीकरण

Loksabha Election 2024: भाजपा ने भदोही लोकसभा सीट पर जमीनी समीकरण को साधते हुए डॉक्टर विनोद कुमार बिंद को उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में पीडीए गठबंधन के तहत प्रेमचंद बिंद के आने से यहां के बिंद वोटबैंक में बिखराव देखने को मिल सकता है।

Sandip Kumar Mishra
Published on: 14 April 2024 8:13 AM GMT
Loksabha Election 2024: पीडीएम मोर्चा ने 7 उम्मीदवारों के नामों का किया ऐलान, बदल जाएगा भदोही और चंदौली का समीकरण
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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में अपना दल (कमेरावादी) की नेता व विधायक पल्लवी पटेल ने पिछड़ा, दलित और मुस्लिम (PDM) गठबंधन के सात उम्मीदवारों की पहली सूची शनिवार को जारी कर दी है। पीडीएम ने फिरोजाबाद से अधिवक्ता प्रेमदत्त बघेल, फतेहपुर से राम किशन पाल, हाथरस से डॉ. जयवीर सिंह धनगर, चंदौली से जवाहर बिंद, भदोही से प्रेमचंद बिंद, रायबरेली से हाफिज मोहम्मद मोबीन और बरेली सुभाष पटेल को टिकट दिया है। बता दें कि अपना दल (कमेरावादी) की नेता व विधायक पल्लवी पटेल ने सपा के पीडीए के मुकाबले पिछड़ा, दलित और मुस्‍लिम नेताओं को एक मंच पर लाने की कोशिश की है। इस दौरान उन्‍होंने असदुद्दीन ओवैसी से हाथ मिला लिया था। पीडीए गठबंधन के तहत लोकसभा चुनाव 2024 के रण में उतरे उम्मीदवार भाजपा और इंडिया गठबंधन के कई उम्मीदवारों के समीकरण खराब कर सकते हैं। उनमें भदोही और चंदौली लोकसभा सीटें शामिल है।

भदोही लोकसभा क्षेत्र में बंट सकते हैं बिंद मतदाता

भाजपा ने भदोही लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद रमेश चंद बिंद का टिकट काटकर जमीनी समीकरण को साधते हुए डॉक्टर विनोद कुमार बिंद को उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में पीडीए गठबंधन के तहत प्रेमचंद बिंद के आने से यहां के बिंद वोटबैंक में बिखराव देखने को मिल सकता है। भदोही लोकसभा क्षेत्र में 2,90,000 बिंद समाज के लोग हैं। बता दें कि डॉक्टर विनोद कुमार बिंद भदोही जिले के मझावां विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वहीं पीडीए गठबंधन के उम्मीदवार प्रेमचंद बिंद मूलतः भदोही जिले के वारी गांव के निवासी हैं। उनका राजनीतिक आधार करीब आधे दर्जन जिलों में है। फिलहाल वे प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के अध्यक्ष हैं। प्रेमचंद बिंद का मजबूत संगठन प्रयागराज, भदोही, जौनपुर, चंदौली, मिर्जापुर और वाराणसी जिलों में है। इन जिलों के कुछ हिस्सों में बिंद और निषाद मतदाताओं पर अपनी पार्टी का अच्छा नियंत्रण मानते हैं। पूर्व बाहुबली एमएलसी बृजेश सिंह 2012 में चंदौली ज़िले की सैयदराजा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। इसके अलावा पूर्व यूपी कैबिनेट मंत्री राकेश धर त्रिपाठी उनकी पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसे में भदोही लोकसभा सीट पर भाजपा का गणित खराब होता दिख रहा है।

चंदौली और रायबरेली लोकसभा सीट पर बदलेगा समीकरण

वहीं चंदौली लोकसभा सीट पर पीडीए गठबंधन के उम्मीदवार जवाहर बिंद के आने से भाजपा और इंडिया गठबंधन का समीकरण खराब हो सकता है। बसपा ने सतेंद्र कुमार मौर्य पर दांव लगाया है। जबकि भाजपा ने यहां से वर्तमान सांसद महेंद्र नाथ पांडेय को उम्मीदवार बनाया है। यहां भी बिंद समाज के अच्छे खासे मतदाता हैं। ऐसे में बसपा व पीडीए उम्मीदवार भाजपा और सपा के गणित खराब कर सकते हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में महेंद्र नाथ पांडेय महज 13,959 वोट से ही जीत दर्ज की थी। बता दें कि पीडीएम गठबंधन की ओर से जारी सूची में रायबरेली लोकसभा सीट से भी उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। जबकि फरवरी में राहुल गांधी जब वाराणसी में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रोड शो कर रहे थे तो उस वक्त उनके साथ कांग्रेस के तमाम नेता और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के अलावा कुछ अन्य दलों के नेता भी मौजूद थे। उनके रोड शो में अपना दल (कमेरावादी) की नेता व विधायक पल्लवी पटेल भी नजर आईं थी। इसके अलावा फिरोजाबाद, फतेहपुर, हाथरस और बरेली लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन और भाजपा का समीकरण पीडीए खराब कर सकता है।

Sandip Kumar Mishra

Sandip Kumar Mishra

Content Writer

Sandip kumar writes research and data-oriented stories on UP Politics and Election. He previously worked at Prabhat Khabar And Dainik Bhaskar Organisation.

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