TRENDING TAGS :
मां की ममता बेटे को किसी भी कीमत पर मरने नहीं देना चाहती, ये है पूरा मामला
ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा माना जाता है कि करंट लगने के बाद अगर शख्स को रेत मे दबा दिया जाए तो उसके धङकने फिर से वापस आ जाती है। यही वजह है कि जिस मां के बेटे की करंट से मौत हुई है।
शाहजहांपुर: कहते हैं कि मां की ममता से बड़ा कुछ नहीं होता। ऐसा ही कुछ देखने को मिला यूपी के शाहजहांपुर में जहां एक मां अपने बेटे को किसी भी कीमत पर मरने नही देना चाहती। यहां एक युवक की करंट से मौत हो गई। लेकिन मां है कि बेटे की मौत पर विश्वास ही नही कर रही और मरने हुए बेटे को रेत मे इस लिए गाङ दिया कि शायद बेटा जिंदा हो जाए। लेकिन बेटे की करंट से काफी देर पहले मौत हो चुकी है।
ये भी पढ़ें— कंप्यूटर बाबा ने हजारों संतो के साथ की ‘मन की बात’, पास हुए ये 3 प्रस्ताव
दरअसल आज थाना खुटार के कुईंया गांव निवासी शिवकुमार का 23 साल का बेटा दीपक नहाने के लिए घर के अंदर नल के पास गया था। नल के पास एक बिजली का तार लगा था। बिजली का तार नल को छू रहा था। दीपक के नल छूते ही उसके करंट लग गया। जिससे उसकी मौके पर ही तङप तङपकर मौत हो गई।
घर मे मौजूद परिजनों ने जब जमीन पर पङे बेटे को देखा तो परिवार मे कोहराम मच गया। उसके बाद देखने को मिली कि मां की ममता क्या होती है। मां के कहने पर परिवार ने घर के अंदर रेत इकट्ठा की। उसके बाद उस मृतक दीपक को रेत मे गाङ दिया गया। और मां समेत पूरा परिवार ये आस लगाकर बैठ गया कि शायद अब उसका बेटा बैठ जाएगा। लेकिन बेटे की तो काफी पहले करंट से मौत हो चुकी थी। लेकिन मां और परिवार वाले ये बात मानने को राजी नही थे।
ये भी पढ़ें— मौनी अमावस्या: इसी दिन ब्रहमा जी ने मनु-सतरूपा द्वारा सृष्टि का निर्माण आरम्भ किया था
काफी देर रेत मे दबाने के बाद भी जब दिपक नही उठा तो आसपास के रहने वाले लोगो ने परिवार को जैसे तैसे समझाया कि दीपक अब इस दुनिया मे रहा। उसके बाद घर के अंदर ऐसा कोहराम मचा कि आसपास के रहने वाले लोग भी अपने आंसू नही रोक पाए। फिलहाल घर के अंदर मातम छाया हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा माना जाता है कि करंट लगने के बाद अगर शख्स को रेत मे दबा दिया जाए तो उसके धङकने फिर से वापस आ जाती है। यही वजह है कि जिस मां के बेटे की करंट से मौत हुई है। वह हर उस काम को करेगी जिससे उसे भरोसा होगा कि उसका बेटा जीवित हो सकता है। ऐसा दीपक की मां ने भी किया। लेकिन अफसोस कि दीपक मौत हो चुकी है।
ये भी पढ़ें— दुर्लभ संयोग में अखाड़ों का शाही अंदाज में स्नान, बना रहा कौतूलह का विषय